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Hindi News महाराष्ट्र राहुल के बाद महात्मा गांधी के परपोते का बयान आया सामने, सावरकर को लेकर कही ये बात

राहुल के बाद महात्मा गांधी के परपोते का बयान आया सामने, सावरकर को लेकर कही ये बात

महाराष्ट्र में सावरकर को लेकर राजनीति गरम हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सावरकर पर टिप्पणी के बाद महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी का एक बयान सामने आया है।

महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी(फाइल फोटो)- India TV Hindi Image Source : ANI महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी(फाइल फोटो)

महाराष्ट्र में सावरकर को लेकर राजनीति गरम हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सावरकर पर टिप्पणी के बाद महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी का एक बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया है कि स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर ने राष्ट्रपिता की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक 'कारगर बंदूक' खोजने में सहायता की थी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महाराष्ट्र इकाई ने तुषार गांधी की इन टिप्पणियों को निराधार बताया है। 

राष्ट्रपिता के परपोते ने ट्वीट कर लिखा कि सावरकर ने न केवल अंग्रेजों की मदद की, उन्होंने बापू की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक कारगर बंदूक खोजने में भी मदद की। उन्होंने लिखा कि बापू की हत्या से दो दिन पहले तक गोडसे के पास एम के गांधी की हत्या के लिए एक भरोसमंद हथियार नहीं था।

सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की थी- राहुल

दरअसल, राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के अकोला जिला स्थित वड़ेगांव ग्राम में हाल में दावा किया था कि विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और कारागार में रहने के दौरान उन्होंने डर के कारण माफीनामे पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी और दूसरे समकालीन भारतीय नेताओं को धोखा दिया था। राहुल गांधी ने वाशिम जिले में आयोजित एक रैली में भी हिंदुत्व विचारक सावरकर पर निशाना साधा था।

राहुल गांधी ने विनायक सावरकर के ‘माफीनामे’ की एक प्रति दिखाते हुए निशाना साधा था। उन्होंने दावा किया था कि सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की। उन्होंने अंग्रेजों को लेटर लिखकर कहा - सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं। 

सावरकर पर बयान को लेकर बीजेपी ने राहुल को घेरा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान देने के बाद बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के ऊपर हमला बोला। उन्होंने ट्विटर पर ट्विट करते हुए लिखा था कि राहुल जी, "कल आपने मुझे एक लेटर की अंतिम पंक्तियाँ पढ़ने को कहा था,चलो, अब कुछ दस्तावेज़ आज मैं आपको पढ़ने देता हूँ। हम सब के आदरणीय महात्मा गांधी जी का यह पत्र आपने पढ़ा ? क्या वैसी ही अंतिम पंक्तियाँ इस में मौजूद हैं, जो आप मुझे पढ़वाना चाहते थे?"