मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र के आखरी दिन बीएमसी घोटाले की कैग रिपोर्ट को सदन में पेश किया गया। इस रिपोर्ट में बीएमसी में पिछले 3 वर्षों में हुए घोटाले की हर एक जानकारी विस्तार से लिखी है। कैग रिपोर्ट के सामने के बाद सत्ता पक्ष आक्रामक हो गया। बीजेपी और शिंदे की शिवसेना ने ठाकरे परिवार पर हमले शुरु कर दिए है। बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने इंडिया टीवी से कहा, आम मुंबईकरों के खून-पसीने की कमाई का पैसा लूटा गया है इसलिए आपराधिक मामला दर्ज कर एंटी करप्शन ब्यूरो के जरिए इस घोटाले की जांच होनी चाहिए। वहीं शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने इंडिया टीवी से कहा, तोते की तरह इस परिवार की जान भी बीएमसी में है। ये (ठाकरे परिवार) किसी को भी बीएमसी की सीढ़ियां ये चढ़ने नहीं देते थे। सबकुछ अपने पास रखना चाहते थे। इसलिए इस घोटाले की जांच होगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आज मुंबई को बदनाम करने की कोशिश हो रही है- आदित्य ठाकरे
सत्ता पक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देने के लिए शिवसेना(UBT) की तरफ से आदित्य ठाकरे सामने आए। आदित्य ठाकरे ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। इंडिया टीवी के सवाल पर आदित्य ठाकरे ने कहा, हम इस जांच का स्वागत करते हैं लेकिन सिर्फ मुंबई - बीएमसी की ही नहीं बल्कि ठाणे, नवि मुंबई, नासिक, नागपूर सहित अन्य महानगरपालिकाओं की भी कैग के तहत जांच होनी चाहिए। सरकार में हिम्मत है तो सभी महानगरपालिकाओं की जांच करवाएं। मुंबई पर इनकी नजर है। आज मुंबई को बदनाम करने की कोशिश हो रही है।
'लोग कांटो से बचकर चलते हैं हमने तो फूलों से धोखा खाया है'
आदित्य ने आगे कहा, जब ये कथित घोटाले हुए तब राज्य के शहर विकास मंत्री कौन थे, बीएमसी में उसवक्त जो स्टैंडिंग कमेटी के प्रमुख थे वो आज कहां है। सीएम मतलब करप्ट मैन...सीएम में हिम्मत नहीं है चुनाव लेने की। ऐसे सीएम से क्या पारदर्शिता की उम्मीद हम करें। हमने बीएमसी का सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन घोटाला, स्ट्रीट फर्निचर घोटाला, सड़क घोटाला सामने लाया। ये सारे घोटाले सीएम, सीएमओ के तहत हो रहें है। सीएम का मतलब आज करप्ट मैन हो चुका है। क्योंकि, इनमें हिम्मत नहीं है खुद के महानगरपालिका के बारे में बात करने की। मुंबई को बदनाम करें, मुंबई का पैसा दिल्ली लेकर जाए, महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात भेजे ये षडयंत्र रचा गया है।