मुंबई: ‘हेट स्पीच’ के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को मुंबई में ‘आक्रोश मोर्चा’ का आयोजन किया था। इस मोर्चा में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। ‘आक्रोश मोर्चा’ को संबोधित करते हुए सपा के विधायक अबू आसिम आजमी ने उग्र हिंदू संगठनों के नेताओं द्वारा दिए जा रहे आपत्तिजनक और भड़काऊ बयान पर जमकर निशाना साधा। आजमी ने आरोप लगाया कि आज देश में हिंदू और मुस्लिम समाज के बीच भाईचारे को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि दोनों समुदायों को लड़ाने के लिए भड़काऊ बयान दिए जा रहे हैं।
‘हिंदू समाज की बेटियां भी हमारी बेटियां हैं’
अबू आजमी ने आगे कहा, 'बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर कहती हैं कि हिंदू बेटियों को सुरक्षित रखना है तो अपने घर के चाकू की धार को तेज कर लो यानी हम मुसलमान इतने खराब हो गए हैं क्या? हम हिंदू-मुसलमान में अंतर नहीं करते हैं। हिंदू समाज की बेटियां भी हमारी बेटियां हैं।’ आजमी ने भड़काऊ बयान देने वाले कट्टर हिंदू संगठन के लोगों का हवाला देते हुए कहा, ‘ये लोग कहते है कि '%* काटे जाएंगे तो राम-राम चिल्लायेंगे' ये हम बर्दाश्त कर लें क्या? हमारे बदन में खून नहीं है क्या?’
‘मुसलमान ट्रेन में दाढ़ी रखकर जाने से डरता है’
आजमी ने कहा कि मैं खुदा की कसम खाकर कहता हूं कि कल मेरा बीवी बाजार जा रही थी तो मैंने कहा मत जा, तू बुर्का पहनती है, तू अबू आसिम की बीवी है, नहीं मालूम कब क्या हो जाएगा। यह बोलते हुए अबू आजमी की आंखे नम हो गईं और उन्होंने रोते हुए कहा, ‘आज ट्रेन में दाढ़ी रखकर मुसलमान जाने से डरता है। आज टोपी पहनकर मुसलमान सड़क पर चलने से डरता है। जिस मुल्क के लिए हमने कुर्बानी दी उस मुल्क की गद्दी पर बैठकर फिरकापरस्त मुसलमानों को बर्बाद करने का प्रोग्राम बना रहे हैं। ये हम बर्दाश्त नहीं कर सकते है। हद हो चुकी है।’
‘हेट स्पीच पर सख्त कानून बनाया जाए’
अबू आजमी ने आगे कहा, ‘याद रखना हम ईंट का जवाब पत्थर से देने की ताकत रखते हैं। हम ही हैं जिन्होंने दिल्ली से लेकर अमृतसर तक अंग्रेजों के खिलाफ नारा बुलंद किया था। दिल्ली से अमृतसर तक हर दरख्त पर हमारी लाशों को लटका दिया गया था लेकिन हम डरे नहीं, तो तुम किस खेत की मूली हो।’ जनसभा के दौरान आजमी ने सरकार से मांग की कि जो भी हेट स्पीच देगा उस पर UAPA की धाराओं के तहत सख्त कार्यवाही की जाए और साथ ही सरकार इस संदर्भ में एक सख्त कानून भी बनाए ताकि दोबारा कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी धर्म के धर्मगुरु, देवता या फिर उस धर्म के बड़े शख्सियत के खिलाफ कोई आपत्तिजनक बयान न दे।