Maharashtra news: शुक्रवार को अमरावती से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। अमरावती जिले के मेलघाट के पचडोंगरी गांव में दूषित पानी पीने से 50 से अधिक लोग संक्रामक रोग की चपेट में आ गए हैं. इनमें से 3 लोगों की मौत भी हुई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अमरावती जिले के डीएम को फोन कर घटना की जानकारी ली व अधिकारी को इलाज मुहैया करने को निर्देशित भी किया है।
बिल अदा न करने पर बिजली विभाग ने काट दिया था गांव का कनेक्शन
ग्रामीणों ने बताया कि बिल अदा न करने से बिजली विभाग ने गांव की बिजली काट दी थी, जिसके चलते गांव की जलापूर्ति ठप हो गई थी। ऐसे में गांव वालों को पानी की सप्लाई होने में समस्या पैदा हो गई थी। दिक्कत होने के वजह से गांव वालों ने पास के कुएं से पानी पीना शुरू कर दिया था। कई दिनों से जलापूर्ति न होने के कारण गांववालों को मजबूरन कुएं का गंदा पानी पीना पड़ रहा था। जिस कारण पचडोंगरी और कोयलारी गांव के 50 से अधिक लोग संक्रामक रोग की चपेट में आ गए जिसमें से पचडोंगरी निवासी गंगाराम धीकार, सुखलाल जामूणकर और सविता अखंडे की मौत हो गई है।
मुख्यमंत्री ने ली घटना की जानकारी
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया कि प्रभावित लोग अमरावती के पचडोंगरी और कोयलारी गांव के निवासी हैं। आगे बताया गया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने अमरावती के जिलाधिकारी को फोन कर निर्देश दिया कि बीमार लोगों को जल्द से जल्द इलाज मुहैया करवाया जाए और जरूरत पड़ने पर उन्हें निजी अस्पताल में भी भर्ती किया जाए।
आगे कहा गया कि दूषित पानी से जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों को राज्य सरकार 5 लाख रुपये के मुआवजे के रूप में देगी और बीमार लोगों की इलाज की व्यवस्था भी करेगी।