मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट के 4 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में इस स्वरूप के कुल मामलों की संख्या 32 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को बताया कि कुल 32 मरीजों में से 25 की RT-PCR रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। विभाग ने बुलेटिन में कहा, ‘राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान से आज मिली रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में 4 और मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं। 4 मरीजों में से 2 उस्मानाबाद के, एक-एक मुंबई का और बुलढाणा का है।’
‘मरीजों की उम्र 16 से 67 साल के बीच’
बुलेटिन में कहा गया कि इन सभी के नमूने दिसंबर के पहले हफ्ते में लिए गए थे। 4 मरीजों में एक महिला है और 3 पुरुष हैं तथा उनकी उम्र 16 से 67 साल के बीच है। बुलेटिन के मुताबिक, किसी भी मरीज में बीमारी के लक्षण नहीं थे। एक मरीज शारजाह से उस्मानाबाद पहुंचा था और दूसरा मरीज उसका करीबी संपर्क है। तीसरा संक्रमित बुलढाणा से है जो दुबई से हाल में लौटा है। वहीं, चौथा मरीज मुंबई का है जिसने आयरलैंड की यात्रा की है। बुलेटिन के मुताबिक, इन सभी मरीजों को अस्पताल में पृथक कर दिया गया है।
‘जनवरी में आएगी संक्रमण में तेजी’
यह भी बताया गया है कि 4 में से 3 मरीजों का टीकाकरण हो चुका है जबकि चौथा मरीज टीकाकरण का पात्र नहीं है। इस बीच महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि सूबे में कोरोना वायरस संक्रमण के ओमिक्रॉन स्वरूप के मामलों में जनवरी में तेजी आने की आशंका है। महाराष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉक्टर प्रदीप व्यास ने कहा, ‘कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप का संक्रमण दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है और महाराष्ट्र में अगले साल जनवरी में इसमें तेजी आने की आशंका है।’
सीएम उद्धव ने अधिकारियों को दिए निर्देश
डॉक्टर व्यास ने कहा, ‘ओमिक्रॉन स्वरूप के मामले ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरों में भी मिलेंगे।’ व्यास कैबिनेट की बैठक में एक प्रस्तुति दे रहे थे। इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों से पात्र लोगों को कोविड-19 टीकों की दूसरी खुराक देने में तेजी लाने के लिये कहा है। वहीं, बंबई हाई कोर्ट ने बुधवार को महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिया कि वह उन लोगों पर शहर की उपनगरीय रेल सेवाओं का इस्तेमाल करने पर लेकर लगाए गए प्रतिबंध का औचित्य समझाएं, जिन्होंने अभी कोविड-19 रोधी टीका नहीं लगवाया है।