Maharashtra Corona Update: महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 36,265 नए मरीज़ मिले जिनमें से 79 संक्रमित वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि महामारी की वजह से पिछले 24 घंटे में 13 और लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 1,14,847 पहुंच गई है। राज्य में बीमारी की मृत्यु दर 2.08 प्रतिशत है।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका के मुताबिक, सिर्फ मुंबई में ही कोविड के 20,181 नए मामले मिले हैं। राज्य में कुल 8,907 मरीजों को संक्रमण से उबरने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई है जिसके बाद संक्रमण मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 65,33,154 पहुंच गई है। फिलहाल 5,85,758 मरीज घर में पृथक-वास में है और 1368 लोग संस्थागत पृथक-वास में हैं।
महाराष्ट्र में 876 ओमिक्रॉन संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र में 24 घंटे के भीतर ओमिक्रॉन के 79 मामले दर्ज किए गए हैं। नए मरीजों में सबसे ज्यादा 57 मुंबई में मिले हैं, जबकि ठाणे में 7, नागपुर में 6, पुणे शहर में 5, पुणे ग्रामीण में 3 और पिंपरी चिंचवड़ में 1 मरीज मिला है। राज्य में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या बढ़कर 876 हो गई हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि ओमिक्रॉन संक्रमितों में अब तक 381 लोग वायरस मुक्त हो चुके हैं।
मुंबई में संक्रमण का बना नया रिकॉर्ड, एक दिन में आए करीब 20 हजार नए मामले
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में गुरुवार को कोविड-19 के 20,181 नए मामले आए, जो महामारी शुरू होने से अबतक एक दिन में आने वाले मामलों की सबसे अधिक संख्या है। बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने यह जानकारी दी। नगर निकाय ने बताया कि बुधवार के मुकाबले गुरुवार को 5,015 अधिक मामले आए हैं जबकि चार मरीजों की मौत हुई है।
बीएमसी द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक नए मामलों के साथ ही मुंबई में अबतक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 8,53,809 हो गई है जिनमें से 16,388 मरीजों की जान जा चुकी है। बुलेटिन के मुताबिक बुधवार को मुंबई में कोरोना वायरस से संक्रमण के 15,166 नए मामले आए थे जो उस समय तक के सबसे अधिक मामले थे। बुधवार से पहले मुंबई में एक दिन में सबसे अधिक 11,163 मामले अप्रैल 2021 में आए थे।
Omicron को 'माइल्ड' ना समझें, WHO ने फिर चेताया
देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। एक बार फिर से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट को माइल्ड के तौर पर वर्गीकृत नहीं किया जा सकता है। इस वेरिएंट को लेकर कहा जा रहा है कि यह कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैलने वाला जरूर है लेकिन यह कम गंभीर है। WHO के क्लिनिकल प्रबंधन से जुड़े जानेट डियाज ने कहा कि शुरुआती अध्ययनों से पता चलता है कि नवंबर में साउथ अफ्रीका और हॉन्ग-कॉन्ग में मिले ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमितों के लिए हॉस्पिटलाइजेशन का खतरा डेल्टा वेरिएंट की तुलना में कम है। इससे यह भी पता चलता है कि इस संक्रमण के बुजुर्गों और जवान लोगों में तेज गति से फैलने का खतरा भी कम है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के जेनेवा स्थित मुख्यालय में बातचीत करते हुए संगठन के चीफ टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा, 'डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन कम गंभीर नजर आता है। खासकर उन लोगों में जिन्होंने वैक्सीन लगवाई है। इसका मतलब यह नहीं कि इसे 'माइल्ड' के तौर पर वर्गीकृत किया जाए।'