भोपाल: मध्य प्रदेश की एक महिला पुलिस कांस्टेबल अब पुरुष कांस्टेबल के रूप में नौकरी करेंगी। दरअसल, मध्य प्रदेश में पहली बार राज्य सरकार के गृह विभाग ने महिला पुलिस कांस्टेबल के आवेदन के बाद उसे जेंडर चेंज कराने के लिए परमिशन लेटर जारी किया है। जेंडर चेंज कराने का प्रोसेस पूरी होने के बाद महिला की पहचान पुरुष पुलिस कांस्टेबल के रूप में होगी।
इंडिया टीवी से बातचीत करते हुए प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "महिला आरक्षक हमारी जो थीं, प्रारंभ में पुरुष जैसे लक्षण उनमें प्रतीत हुए थे। उन्होंने चिकित्सकों से सलाह भी ली थी और चिकित्सकों ने उन्हें परिवर्तन की सलाह दी थी। गांधी मेडिकल कॉलेज, दिल्ली और ग्वालियर के भी हमारे जयारोग्य चिकित्सालय के डॉक्टरों की सलाह भी इसी तरह की आई थी।"
नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "चूंकि जेंडर परिवर्तन व्यक्ति के स्वयं का अधिकार है, वो किस जेंडर में रहना चाहता है तो उन्हें जेंडर परिवर्तन की अनुमति मध्य प्रदेश सरकार ने दी है, गृह विभाग ने दी है।"
बताया जा रहा है कि महिला कांस्टेबल प्रदेश के एक जिले में पदस्थ है। बचपन से ही उन्हें जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर की प्रॉब्लम होने के चलते उन्हें पुलिस मुख्यालय को आवेदन दिया था। महिला आरक्षक को बचपन से जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर की पुष्टि राष्ट्रीय स्तर के मनोचिकित्सक़ों द्वारा की गयी है।
महिला पुलिस कांस्टेबल द्वारा जेंडर चेंज कराने का आवेदन 2019 में दिया गया था, जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग से अनुमति के लिए मार्गदर्शन मांगा था। 1 दिसंबर को महिला के जेंडर को चेंज कराने का आदेश ग्रह विभाग द्वारा पुलिस मुख्यालय को दिया गया है।