मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस पार्टी से किनारा कर सकते हैं और भाजपा में शामिल हो सकते हैं? राजनीतिक गलियारों में इस तरह की कयासबाजी खूब देखने को मिल रही है। कमलनाथ हो या जीतू पटवारी, दिग्विजय सिंह हो या अन्य कांग्रेस पार्टी के नेता। सभी ने इस खबर का खंडन किया है। लेकिन सूत्रों की मानें तो कमलनाथ कांग्रेस पार्टी से फिलहाल नाराज चल रहे हैं। दरअसल मध्य प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट कांग्रेस के पाले में थी। ऐसे में इस सीट से राज्यसभा जाने वालों में एक नाम कमलनाथ का भी था, जिसपर चर्चा हो रही थी। लेकिन कमलनाथ को राज्यसभा नहीं भेजा गया।
क्यों नाराज चल रहे हैं कमलनाथ?
सूत्रों का कहना है कि अभी तक कमलनाथ ने इस्तीफा नहीं दिया है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता उनके संपर्क में हैं। राज्यसभा का टिकट नहीं दिए जाने से कमलनाथ नाराज कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे हैं। बता दें कि कमलनाथ ने इससे पूर्व मीडियाकर्मियों से बात की। उन्होंने इस दौरान हा कि आप लोग बहुत उत्साहित हो रहे हैं। यह मैं नहीं कह रहा हूं, आप लोग कह रहे हैं। अगर ऐसी कोई बात होगी तो सबसे पहले आप लोगों को जानकारी दूंगा। उन्होंने कहा कि मैं उत्साहित नहीं हूं, ना इस तरफ, ना उस तरफ। जब भी इस तरह की कोई खबर होगी तो मैं आप लोगों को पहले बताऊंगा।
क्या बोले दिग्विजय सिंह?
बता दें कि कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, मैंने कल रात साढ़े 10 बजे कमलनाथ से बात की। वह छिंदवाड़ा में हैं। सिंह ने कहा, एक व्यक्ति जिसने अपनी राजनीतिक यात्रा कांग्रेस से शुरू की और जब इंदिरा गांधी को जनता पार्टी द्वारा जेल भेजा गया तो वह नेहरू-गांधी परिवार के साथ खड़ा था। क्या आपको लगता है कि ऐसा व्यक्ति कभी कांग्रेस परिवार का साथ छोड़ेगा। वहीं जीतू पटवारी ने कहा कि यह एक अफवाह भर है। इंदिरा गांधी ने 1980 के समय कमलनाथ को अपना तीसरा बेटा कहा था।