भोपाल: मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ आवाज उठने लगी है। कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हरपाल सिंह ठाकुर ने कमलनाथ से इस्तीफा देने और दिग्विजय सिंह को परामर्शदाता की भूमिका में आने की मांग की है। ठाकुर ने एक बयान जारी कर लोकसभा चुनाव में हुई हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी हाईकमान ने राज्य के उपचुनाव कमलनाथ व दिग्विजय सिंह को फ्रीहैंड लड़ने का मौका दिया।
‘पद से इस्तीफा दें कमलनाथ’
हरपाल सिंह ठाकुर ने कहा कि कार्यकर्ताओं की तमाम मेहनत के बाद कांग्रेस उपचुनाव हार गई, इसलिए पार्टी का जो सिद्धांत है, जिसे राहुल गांधी ने स्थापित किया, वही सिद्धांत राज्य में कमलनाथ को भी पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देना चाहिए। ठाकुर ने कहा कि कमलनाथ व दिग्विजय सिंह को हार की जिम्मेदारी लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी का भावना का परिचय देते हुए दोनों को परामर्शदाता की भूमिका में आना चाहिए, साथ ही राज्य में नए नेतृत्व को मौका दिया जाना चाहिए।
बीजेपी ने जीतीं 19 सीटें
सूबे की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने 19 सीटों पर जीत हासिल कर सदन में सुविधाजनक बहुमत हासिल कर अपनी 8 महीने पुरानी सरकार की नींव मजबूत कर दी है। इसके साथ ही कमलनाथ और उनकी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश की सत्ता में वापस आने के मंसूबे ध्वस्त हो गए। प्रदेश में बीजेपी अब 126 विधायकों के साथ सुविधाजनक बहुमत में आ गई है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने जो 19 सीटें जीती हैं, उनमें अम्बाह, मेहगांव, ग्वालियर, भांडेर, पोहरी, बमोरी, अशोक नगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर, सुवासरा एवं जौरा शामिल हैं। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने सुमावली, मुरैना, दिमनी, गोहद, ग्वालियर पूर्व, डबरा, करैरा, ब्यावरा एवं आगर सीट पर विजय हासिल की है।