खंडवा: आपने अपने जीवन में कभी कोई पालतू जानवर पाला होगा या किसी व्यक्ति को अपने पालतू जानवर के प्रति प्यार जताते देखा होगा। मध्य प्रदेश के खंडवा में भी आज एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां तीर्थनगर ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी उफान पर है। इसके बाद नदी के दोनों तटों पर बने घाट जलमग्न हो गए। इसी दौरान नदी के तट पर एक 65 साल की बुजुर्ग महिला की कुटिया बनी हुई है। जब उसे वहां से बाहर निकालने रेस्क्यू टीम गई तो वह अपने पालतू कुत्ते को छोड़कर बाहर आने को तैयार नहीं थी।
अपने कुत्ते के लिए जोखिम में डाली जान
दरअसल, ओंकारेश्वर में बांध से पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा का जल स्तर तेजी से बढ़ा और महिला की कुटिया के चारों ओर तेज सैलाब आ गया। लिहाजा बचाव दल उसे वहां से निकालने के लिए पहुंचा। लेकिन महिला अपने पालतू जानवर से इतना प्रेम करती थी कि वह उसे छोड़कर नहीं जाना चाह रही थी। जिस पालतू कुत्ते को महिला ने अपने बच्चे की तरह पाला, उसे छोड़कर जाना उसे सही नहीं लगा।
पुलिस ने बुजुर्ग और कुत्ते को बाहर निकाला
इस बात की सूचना जैसे ही मांधाता थाना पुलिस को मिली वैसे ही मांधाता थाने के थाना प्रभारी बलजीत सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत कर 65 साल की बुजुर्ग महिला सुशील बाई और उनके पालतू कुत्ते को बाहर निकाला। यदि समय रहते पुलिस बुजुर्ग महिला को कुटिया से बाहर न निकलती तो नर्मदा नदी में आए सैलाब से कोई अनहोनी हो सकती थी। लेकिन अपने पालतू कुत्ते के लिए एक बुजुर्ग महिला का प्यार वाकई सराहनीय है।
(रिपोर्ट- प्रतीक मिश्रा)
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