मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों में अब कुलपति को कुलगुरू कहा जाएगा। दरअसल सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। मध्य प्रदेश विश्वविद्यालय संशोधक विधेयक को मंजूरी मिल चुकी है। ऐसे में अब विश्वविद्यालय में कुलपति को कुलगुरू कहा जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे लेकर कहा कि प्रदेश के नागरिकों के कल्याण और उन्हें संस्कृति से जुड़ने से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं। निरंतर लिए जा रहे ऐसे फैसलों से विभिन्न क्षेत्रों में व्यवस्था से जुड़े आवश्यक सुधार भी रहे हैं।
मोहन यादव बोले- कुलपति को बोला जाएगा कुलगुरू
मोहन यादव ने कहा कि इस क्रम में विश्वविद्यालयों के कुलपति को कुलगुरू का संबोधन देने का निर्णय लिया गया है। इस संबोधन में आत्मीयता, स्नेह और सम्मान का भाव निहित है। राज्य मंत्री परिषद द्वारा इन निर्णय का अनुमोदन किया गया। बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य में लगातार एक के बाद एक कई अहम निर्णय लेने में लगे हुए हैं। इसी बीच बीते दिनों मोहन यादव के एक फैसले की लोगों ने खूब तारीफ की। दरअसल सीहोर जिले के बुधनी तहसील के नीमतोन गांव के रहने वाले सुनील चौहान का बेटा जन्म से ही कमजोर था और पीलिया से पीड़ित था।
बच्चे का इलाज कराने का निर्देश
गांव में उसका इलाज नहीं हो पाया तो उसे अस्पताल में भर्ती कराने के लिए भोपाला लाया गया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि पित्त ले जाने वाली नली और पित्ताशय की थैली बनी ही नहीं है। इसके बाद गरीब परिवार ने रो रोकर सीएम मोहन यादव से बच्चे का इलाज कराने की अपील की। इसके बाद मोहन यादव ने इस बाबत तत्काल प्रभाव से बच्चे के इलाज का आदेश दिया और तत्काल राहत राशि को मंजूरी दे दी। मोहन यादव ने भोपाल के बंसल अस्पताल में बच्चे का लीवर ट्रांसप्लांट कराने का निर्देश दिया था।