MP News: मध्य प्रदेश के सतना में अजब प्यार की गजब कहानी सामने आई है। एक बुजुर्ग जोड़े ने प्यार की कहानी को हकीकत में बदलकर एक दूसरे का साथ निभाने की कसमें खाई हैं। उम्र की बत करें तो प्यार के इस बंधन में बंधने वाले दूल्हे की उम्र 75 साल है जबकि दुल्हन की उम्र 65 साल की है। दोनों कई सालों से लिव इन में रह रहे थे और एक दूसरे से प्यार करते थे। दोनों एक दूसरे का काफी ख्याल रखते थे जिसे देखकर लोगों ने दोनों की सामूहिक विवाह सम्मेलन में शादी करा दी। दादा-दादी की उम्र में जोड़े की शादी को लोग अनोखे प्यार की जीत बता रहे थे।
अजब प्यार की गजब कहानी
सतना की रामनगर जनपद में गुरुवार को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया था । इस सम्मेलन में 75 साल के दूल्हे भगवानदीन और 65 साल की मोहनिया ने जब सात फेरे लिए तो पूरे रामनगर के लोग काफी खुश नजर आए। दरअसल, रामनगर की देवरी पंचायत के रहने वाले भगवानदीन जन्म से दिव्यांग है। उनका पहले भी विवाह हुआ था, लेकिन उनकी कोई संतान नहीं हुई थी और 11 साल पहले उनकी पत्नी की मौत भी हो गई थी। लेकिन 65 साल की मोहनिया ने शादी ही नहीं की थी।
भगवानदीन पत्नी के निधन के बाद अकेले हो गए थे और मोहनिया को वे भा गए थे। मोहनिया उनके साथ उनके घर में ही पिछले 10 साल से साथ रह रही थी। दोनों के प्यार और लिव इन में रहने की खबर गांववालों को भी थी। गांव वालों को जब मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत विवाह सम्मेलन होने का पता चला तो उन्होंने भगवानदीन और मोहनिया को कहा कि वे शादी कर लें। दोनों राजी हो गए तो गांववाले दोनों को लेकर शादी समारोह स्थल पहुंचे जहां दोनों की शादी कराई गई। दिव्यांग भगवानदीन को ग्रामीणों ने गोद में उठाकर अग्नि के फेरे लगवाए और दोनों की शादी संपन्न हुई।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 135 जोड़ों का विवाह कराया गया। प्रदेश के पंचायत राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने नव दंपतियों को नए जीवन में प्रवेश पर शुभकामनाओं के साथ 11 हजार रुपए का चेक और 34 हजार रुपए के गृहस्थी का सामान और जेवर उपहार में दिए।