उज्जैन: देश की मुख्य ज्योतिलिंर्गों में से एक महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि के मौके पर दीपावली जैसा नजारा रहेगा। इस दिन 21 लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ आयोजन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि उज्जैन में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व दीपावली की तरह मनाया जाएगा। श्री महाकाल महालोक का स्वरूप देश सहित सम्पूर्ण विश्व में चर्चा का विषय है। महाशिवरात्रि पर अवंतिकावासी 21 लाख दीप प्रज्जवलित कर महाकाल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट करेंगे।
21 लाख दीप जलाकर बनाया जाएगा विश्व रिकॉर्ड
महाशिवरात्रि दीपोत्सव को शिव ज्योति अपर्णम 2023 का नाम दिया गया है। पर्व पर 21 लाख दीप प्रज्जवलित कर गिनीज वल्र्ड रिकार्ड बनाया जाएगा। इससे पहले उज्जैन में वर्ष 2022 में महाशिवरात्रि पर 11 लाख 71 हजार 78 दीये प्रज्जवलित करने का विश्व रिकार्ड बनाया गया था। इसके बाद अयोध्या में वर्ष 2022 में ही दीपावली पर 15 लाख 76 हजार दीये प्रज्जवलित कर नया विश्व रिकार्ड बनाया गया था।
इन जगहों पर जलाये जाएंगे दीपक
समारोह के तहत क्षिप्रा नदी के घाटों सहित शहर के मंदिरों, समस्त व्यावसायिक स्थलों और घर-घर में दीप प्रज्जवलित किए जाएंगे। विद्युत साज-सज्जा के साथ प्रमुख स्थानों पर रंगोली भी सजाई जाएगी। क्षिप्रा नदी के तट पर केदारेश्वर घाट पर तीन लाख 10 हजार, सुनहरी घाट पर एक लाख 75 हजार, दत्त अखाड़ा पर चार लाख 50 हजार, राम घाट से बंबई धर्मशाला पर दो लाख 50 हजार, बंबई धर्मशाला से नरसिंह मंदिर तक तीन लाख 75 हजार और भूखी माता मंदिर की ओर माली घाट पर चार लाख 75 हजार दीप प्रज्जवलित करने की योजना है। इस कार्य में लगभग 20 हजार स्वयं-सेवकों की भागीदारी होगी।
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