भोपाल: पिछले वर्ष भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर 'महाकाल लोक' का लोकार्पण किया था। इस परिसर बेहद ही भव्यता से बनाया गया था। लेकिन रविवार को आई आंधी और बारिश ने इस भव्य परिसर को तहस-नहस कर दिया। हर तरफ बिगड़ा हुआ मंजर दिखाई दे रहा है। महाकाल लोक में स्थापित सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं। इस दौरान कई श्रद्धालु बाल-बाल बचे। फिलहाल मूर्तियों को पुर्नस्थापित करने के लिए महाकाल लोक को बंद किया गया है।
हादसे के बाद महाकाल लोक से श्रद्धालुओं को निकाला गया बाहर
बता दें कि 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं। वहीं हादसे की खबर लगते ही स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम महाकाल लोक पहुंच गई और वहां से श्रद्धालुओं को बाहर निकाला। एक अधिकारी ने बताया कि बहुत तेज आंधी आने के कारण मूर्तियां पेडस्टल से नीचे गिरी हैं। लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी इन मूर्तियों की लाइफ 10 साल है। पत्थर की मूर्तियां बनने में समय लगेगा। उन्होंने कहा कि क्रेन की मदद से मूर्तियों को दोबारा लगवाया जाएगा।
कमलनाथ ने ट्वीट कर बोला हमला
वहीं इस हादसे के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ने शिवराज सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी।
आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए।