उज्जैन, इंदौर, रीवा... मध्य प्रदेश में एक साल के अंदर तीन बार शर्मसार हुई मानवता, आरोपियों का क्या हुआ?
तीनों मामलों में पीड़िता को समाज से सही न्याय नहीं मिला। कभी लोगों ने मदद नहीं की तो कभी पुलिस ने कार्रवाई करने में देरी की। यही वजह है कि ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
मध्य प्रदेश में एक साल के अंदर तीसरी बार दुष्कर्म की शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। तीनों घटनाओं में पीड़िता के साथ दरिंदगी के बाद समाज ने भी उसे निराश किया और कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। ताजा मामला रीवा का है। यहां पीड़िता अपने पति के साथ घूमने गई थी। पास में ही पार्टी कर रहे पांच-छह लोगों ने उसके साथ दरिंदगी की और पति को पेड़ से बांधे रखा। बाद में जब वह पुलिस के पास पहुंची तो शिकायत तो लिखी गई, लेकिन घटना के चार दिन बाद भी आरोपियों की पहचान तक नहीं हो पाई है।
21 अक्टूबर के दिन महिला के साथ दरिंदगी हुई और 23 अक्टूबर को राज्य के मुख्यमंत्री रीवा में थे। उनके साथ कई बड़े उद्योगपति भी मौजूद थे। ऐसे में रीवा को टूरिस्ट बह बनाने के सपने दिखाए गए और पुलिस उनकी सुरक्षा में लगी रही। घटना के चार दिन बाद पूरा मामला सामने आया है। इससे पहले इंदौर और उज्जैन में भी ऐसी ही घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जब दुष्कर्म के बाद समाज या प्रशासन से पीड़िता को सही मदद नहीं मिली।
रीवा में क्या हुआ?
21 अक्टूबर को पीड़ित दंपती गुढ़ थाना क्षेत्र में भैरव बाबा पहाड़ी घूमने आए थे। यहां पहले से पार्टी कर रहे आधा दर्जन लोगों ने नशे में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। विरोध करने पर पति के साथ मारपीटा की और उसे पेड़ से बांध दिया। पूरी घटना का वीडियो बनाया और पुलिस के पास जाने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। 22 अक्टूबर को दंपती ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने महिला को अस्पताल भेज दिया और शिकायत लिखने के बाद जिस स्थान पर महिला के साथ दरिंदगी हुई थी वहां निरीक्षण किया। पुलिस ने सबूत जुटाए और आसपास का पूरा इलाका सर्च किया। हालांकि, अब तक आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है। कुछ संदिग्धों को राउंडअप किया गया है, जिनकी पीडि़त दंपती से पहचान करवाई जाएगी। आशंका है कि आरोपी स्थानीय थे, जो वहां पार्टी कर रहे थे। दंपती को सुनसान स्थान पर पाकर घटना को अंजाम दिया।
इंदौर में क्या हुआ ?
सोमवार के दिन रीवा में दरिंदगी हुई थी और सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात इंदौर में मानसिक रूप से विक्षिप्त एक महिला के साथ दरिंदगी हुई थी। घटना के बाद पीड़ित कई घंटे तक घूमती रही, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। सुबह चार बजे सफाईकर्मी ने पुलिस को सूचित किया तो पुलिस ने उसे कपड़े पहचाए। सीसीटीवी में आरोपी महिला को ले जाता हुआ दिखा और बाद में महिला अर्धनग्न हालत में घूमती दिखाई दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया तो उसने दुष्कर्म की बात स्वीकार की। आरोपी सागर का रहने वाला है और इंदौर में हम्माली करता है।
उज्जैन में क्या हुआ था?
उज्जैन में पिछले साल सितंबर के महीने में मानसिक रूप से विक्षिप्त नाबालिग के साथ एक ऑटो ड्राइवर ने दुष्कर्म किया था। यहां भी पीड़िता को किसी ने सहारा नहीं दिया था। कई घर और वाहनों से निकलने वाले लोगों के अलावा टोल नाके के अधिकारियों ने भी उसकी मदद नहीं की थी। अंत में एक पुजारी ने उसे अस्पताल तक पहुंचाया था। बाद में आरोपी की पहचान हुई थी और उसे भी गिरफ्तार किया गया।
उज्जैन और इंदौर के केस में आरोपी पकड़ा जा चुके हैं और कानूनी प्रक्रिया के तहत दोनों आरोपियों को सजा होगी। हालांकि, रीवा में हुई घटना के आरोपी अब तक फरार हैं।
कांग्रेस ने साधा निशाना
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी की सरकार चल कैसे रही है। इसका यह पहला उदाहरण है।
एक पति को पेड़ पर बांध दिया। उसके समाने उसकी पत्नी का बलात्कार किया। यह मोहन यादव का जंगल राज है। प्रदेश वासियों उस पर लगाम लगाओ। बेटियों का सम्मान बचाना है, तो बीजेपी पर लगाम लगाना है। मुख्यमंत्री का गृह विभाग फेल हो गया है। अब मोहन यादव को एक जंगलराज विभाग बनाना पड़ेगा।