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मध्य प्रदेश में जानलेवा हुई गर्मी, ग्वालियर में लू लगने से दो बच्चों की मौत, अब तक 5 की जा चुकी है जान

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में लू लगने से दो बच्चों की मौत हो गई। लू लगने से अब तक तीन यात्रियों समेत पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

मध्य प्रदेश में जानलेवा हुई गर्मी - India TV Hindi Image Source : FILE-ANI मध्य प्रदेश में जानलेवा हुई गर्मी

ग्वालियरः  मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी अब जानलेवा हो गई है। ग्वालियर में लू लगने से तीन यात्रियों समेत पांच लोगों की मौत हो चुकी है। ताजा मामला ग्वालियर उपनगर के रमटापुरा का‌ है। जहां एक मजदूर परिवार पर नौतपा का कहर दुखों का पहाड़ बनकर टूटा है। भाई बहन ने भीषण गर्मी में देखते ही देखते अपनी जान गंवा दी। ये दोनों बच्चे अपनी नानी के साथ ऑटो  में सवार होकर मुरैना गए थे। भीषण गर्मी ने दोनों ही बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया। 

निजी अस्पताल में दो बच्चों की इलाज के दौरान मौत

लू लगने के कारण दोनों बच्चों की तबीयत खराब हो गई। इलाज के लिए दोनों बच्चों को एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। मौत का कारण लू लगना बताया जा रहा है लेकिन इसको लेकर ना तो स्वास्थ्य विभाग और ना ही जिला प्रशासन कुछ बोलने को तैयार है। सीएमएचओ का कहना है कि अगर लू के कारण दोनों बच्चों की मौत हुई है तो अस्पताल प्रबंधन ने हमें सूचना नहीं दी। उस पर कार्रवाई की जाएगी।

ग्वालियर में तापमान 47 डिग्री के पार

इस समय ग्वालियर में तापमान 47 डिग्री के पार है। बताया जा रहा है कि 12 साल की मोना शाक्य की तबीयत बिगड़ गई। उसकी तबीयत पहले से ही खराब थी। जबकि उसका 10 साल का भाई अभिषेक अच्छा भला था। वह तो अपनी मां और दादी के साथ घूमने की चाह में जिद करके चला गया था। मुरैना के जौरा में पहले बहन मोना की तबीयत खराब हुई जब तक उसे डॉक्टर के पास ले जाते तब तक भाई अभिषेक भी बैठे-बैठे कुर्सी से गिर गया। फिर घर वाले दोनों बच्चों को अस्पताल ले गए यहां डॉक्टरों ने बच्चों की मौत को प्रारंभिक तौर पर गर्मी से बताया लेकिन निजी अस्पताल ने इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को कोई सूचना नहीं दी।

सीएमएचओ ने निजी अस्पताल को जारी किया नोटिस

इस बारे में जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आरके राजोरिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। यदि बच्चे निजी अस्पताल गए थे तो अस्पताल प्रबंधन को इस बारे में जिला प्रशासन अथवा सीएमएचओ को अवगत कराना था ऐसा क्यों नहीं किया गया है। इसे लेकर वो अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर रहे हैं। बच्चों के पिता के मुताबिक दोनों को भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों ने अपनी चपेट में ले लिया था। मासूम बच्चे इस गर्मी को सहन नहीं कर सके और उनकी मौत हो गई। बुधवार को इन बच्चों को एक साथ दफना दिया गया। दो नाबालिग भाई बहन की मौत से रमटापुरा के प्रजापति मोहल्ले में गम का माहौल है।

रिपोर्ट- भूपेन्द्र भदौरिया