MP News: मध्यप्रदेश में बागेश्वर धाम में हुए 7 दिनों से चल रहे महायज्ञ का आज आखिरी दिन है। 7 दिनों तक आस्था के संगम का हिस्सा लाखों भक्त और श्रद्धालु बने, जो दूर दूर से बाबा बागेश्वरवर धाम में धीरेंद्र शास्त्री की कथा में पधारे थे। आज महायज्ञ के अंतिम दिन बाबा बागेश्वर को छोड़कर जाते हुए महिलाओं और पुरुषों की आंखों में आंसू नजर आ रहे हैं। भाव विह्लल होकर महिलाएं रोने से खुद को रोक नहीं पा रही हैं। बाबा को छोड़कर जाने का मन नहीं हो रहा है।
कल हुए 125 कन्याओं के विवाह के बाद घर जाते हुए लोगों के चेहरों पर भारी दुख नजर आ रहा है। सड़कों पर पैदल, गाड़ी पकड़ने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ रही। बागेश्वर धाम से मेन रोड पर दूसरे गांव शहरों के लिए जाने वाली सड़क पर बड़ी संख्या में बस और ऑटो रिक्शा मौजूद हैं। इन वाहनों में यहां महायज्ञ में आई जनता वापस अपने अपने गांव और शहर में जाने के लिए बैठ रही हैं। बस में सभी सवार लोगों को जाने का दुख है। कई लोगों ने बताया कि बाबा अंधविश्वास और जादू नहीं करते हैं। इस बात को भी दोहराया कि 'हिंदु राष्ट्र बनकर रहेगा।'
बाबा की अगली कथा टीकमगढ़ में 25 फरवरी से 7 मार्च क
बाबा को 7 दिनों के इस महाआयोजन में भक्तों के समर्थन का बूस्टर डोज मिला है। बाबा के अगले एक महीने के प्रोग्राम बुक हैं। जहां एक बार फिर बाबा रामकथा पढ़ेंगे, राम दरबार लगाएंगे और हिंदु राष्ट्र की हुंकार भरेंगे। टीकमगढ़ में 25 फरवरी से 5 मार्च तक होगी। उसके बाद मार्च में ही दमोह के आगे जवेरा में एक दिन का दरबार लगेगा। वहीं इसी महीने जबलपुर जिले में 7 दिन की रामकथा होगी।