मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस सरकार द्वारा शुरु की गई किसान ऋण माफी योजना का विरोध करने के लिये भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके तहत कुछ भाजपा नेताओं के रिश्तेदारों के ऋण भी माफ किये गये हैं। कमलनाथ ने मंगलवार ने आदिवासी बहुल धार जिले के बदनावर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, ‘‘भाजपा क़र्ज़माफ़ी को लेकर झूठ परोसकर भ्रम फैलाने का कार्य कर रही है। जो भाजपाई आज क़र्ज़माफ़ी का विरोध कर रहे हैं, हमने उनके कई परिजनों का व उनके रिश्तेदारों का भी क़र्ज़ माफ़ किया है, इसका हमने समय-समय पर प्रमाण भी दिया है। हम कर्ज माफी का तीसरा चरण जून से शुरू करने जा रहे थे कि एक महाराज रूपी नेता ने जनमत का सौदा भाजपा से कर दिया और हमारी लोकप्रिय सरकार को गिरा दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी क़र्ज़माफ़ी की इस योजना को भाजपा सरकार को हर हाल में पूरा करना होगा। जब तक किसानों की कर्जमाफी नहीं होगी, हम चुप नहीं बैठेंगे।’’ मालूम हो कि बदनावर में उपचुनाव होने हैं क्योंकि यहां से कांग्रेस के पूर्व विधायक राज्यवर्धन सिंह दत्तिगांव मार्च में इस्तीफा देने वाले 22 बागी विधायकों में शामिल थे। उसके बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिर गयी।
शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने जुलाई में मंत्रिपरिषद के विस्तार में दत्तीगांव को कैबिनेट मंत्री बनाया है। फिलहाल दत्तीगांव गैर विधायक के तौर पर मंत्री हैं। कमलनाथ ने कहा, ‘‘मैं आज आप सभी को हमारी सरकार के 15 माह के कार्यों की जानकारी देना चाहता हूँ। हमने किसानों की ऋण माफी की, कन्याओं के विवाह की राशि को बढ़ाया, 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली इंदिरा गृह ज्योति योजना के तहत प्रदान की।’’
ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान पर कटाक्ष करते हुए कमलनाथ ने कहा, ‘‘मैं ना तो महाराजा हूं, ना ही टाइगर हूं और ना ही मामा हूं, मैं तो बस एक जनसेवक कमलनाथ हूं। मेरा काम सिर्फ मध्य प्रदेश की जनता की सेवा करना है।’’ प्रदेश में होने वाले 24 विधानसभा उपचुनावों के प्रचार कार्यक्रम की शुरुआत करने बदनावर आने से पहले कमलनाथ ने उज्जैन में भगवान महाकाल मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मौके पर प्रदेश की खुशहाली और कोरोना वायरस से मुक्ति के लिये भगवान से प्रार्थना की है।