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Hindi News मध्य-प्रदेश इंदौर के चिड़ियाघर से लापता हुई चाय की शौकीन बंदरिया, सुराग देने वाले को मिलेगा मुफ्त टिकट

इंदौर के चिड़ियाघर से लापता हुई चाय की शौकीन बंदरिया, सुराग देने वाले को मिलेगा मुफ्त टिकट

यादव ने बताया कि बंदरिया को चिड़ियाघर के अन्य जानवरों की तरह पिंजरे में कैद नहीं किया गया था और वह पूरे चिड़ियाघर में खुले में घूमती रहती थी।

Tea Lover Monkey, Tea Lover Monkey Indore, Tea Lover Monkey Indore Zoo, Tea Lover Monkey Indore- India TV Hindi Image Source : PIXABAY REPRESENTATIONAL अदरक की चाय के शौक के चलते दर्शकों का ध्यान खींचने के लिए चर्चित बंदरिया इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर से लापता हो गई है।

इंदौर: अदरक की चाय के शौक के चलते दर्शकों का ध्यान खींचने के लिए चर्चित बंदरिया इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर से लापता हो गई है। लंगूर प्रजाति की बंदरिया की खोज में जुटे चिड़ियाघर प्रबंधन ने उसके बारे में पक्का सुराग देने वाले व्यक्ति के पूरे परिवार को इनाम के तौर पर चिड़ियाघर का मुफ्त टिकट देने की घोषणा की है। चिड़ियाघर के प्रभारी उत्तम यादव ने शुक्रवार को से कहा, ‘लंगूर प्रजाति की बंदरिया को हमने टिया नाम दिया था जिसका पिछले एक महीने से कोई अता-पता नहीं है।’

‘वह पूरे चिड़ियाघर में खुले में घूमती रहती थी’
यादव ने बताया कि बंदरिया को चिड़ियाघर के अन्य जानवरों की तरह पिंजरे में कैद नहीं किया गया था और वह पूरे चिड़ियाघर में खुले में घूमती रहती थी। उन्होंने कहा कि टिया की तलाश कर रहे चिड़ियाघर प्रबंधन ने पशु कल्याण संगठनों के सोशल मीडिया खातों पर इस बंदरिया की तस्वीरें भी साझा की हैं। यादव ने कहा, ‘टिया के बारे में पक्का सुराग देने वाले व्यक्ति के पूरे परिवार को हम चिड़ियाघर का मुफ्त टिकट देंगे।’ उन्होंने बताया कि 10 महीने की बंदरिया अदरक की चाय की खासी शौकीन थी और चिड़ियाघर में दर्शकों के लिए बनाए गए फूड जोन में इसकी रोज चुस्कियां लेती थी।

‘वह दर्शकों से दोस्ताना बर्ताव करती थी’
यादव ने कहा, दर्शक, खासकर छोटे बच्चे नन्ही बंदरिया को चाय पीते देख खूब खुश होते थे। वह दर्शकों से दोस्ताना बर्ताव करती थी।’ उन्होंने बताया कि इंदौर से करीब 40 किलोमीटर देपालपुर क्षेत्र में बंदरिया की मां की करीब 10 महीने पहले बिजली के तार से करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी। चिड़ियाघर के प्रभारी ने कहा, ‘उस समय टिया (बंदरिया) की उम्र महज 2-3 दिन रही होगी। उसकी मां की मौत के बाद ग्रामीणों ने उसे वन विभाग को सौंप दिया था। वन विभाग ने उसे बेहतर देखभाल के लिए चिड़ियाघर भेज दिया था।’