भोपाल। राजस्थान सीमा पर बसे मध्य प्रदेश के राजगढ़ का एक बड़ा हिस्सा पथरीला है। प्रचंड गर्मी होने से जिले में जलस्तर कम होता जा रहा है। पथरीली जमीन होने के कारण यहां जल संकट गहराता जा रहा है। जहां साल के चार माह बमुश्किल से पानी मिलता है, ऐसे में गर्मी में कई गांवो के लोगों को पानी के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के शिवपुरी गांव के एक कुएं का हाल देखकर आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि लोग यहां पानी के लिए कितनी मशक्कत कर रहे हैं। शिवपुरी गांव के इस खाली कुएं में एक फीट पानी है और इस पानी के लिए कुएं में गांव के लोगों की 15 मोटर लटकी हुई हैं। जहां से इस थोड़े से बचे कुचे पानी को लेने के लिए गांव के लोगो ने कुएं में मोटर लगाने के लिए बिजली और पाइप का जाल बिछा रखा है। एक कुएं में थोड़ा सा पानी आने पर अपने सब काम छोड़ पानी के लिए मोटर चलाने में जुट जाते हैं।
कुएं से लोगो को 24 घण्टे में 1 से 2 बाल्टी पानी ही मिल पाता है। जिस कारण महिला और पुरुष 1 से 2 किलोमीटर दूर आस पास के गांव से सिर पर बर्तन लेकर तो कुछ लोग बैल गाड़ी पर टंकी रख कर पानी लाते हैं। राजगढ़ जिले के जीरापुर जनपद के इस शिवपुरी गांव मे करीब 200 लोगों की आबादी है। 200 लोगो की आबादी वाले इस शिवपुरी गांव के लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं।
गांव मे पानी की कमी के कारण लोग कई दिनों तक नहाने से बचते हैं। गांव के कुएं सूख चुके हैं, हैंड पम्प है लेकिन पानी नहीं आ रहा। जिसके चलते गांव के लोग बैलगाड़ी पर टंकी को रस्सी से बांधकर, लड़के बाइक से तो महिलाएं तेज तपती धूप में पैदल दूर-दराज से पानी ला रही हैं। इस इलाके में यह समस्या हर साल गर्मी में देखने को मिलती है।