Seoni Mob Lynching: मध्यप्रदेश के सिवनी में गोहत्या के आरोप में भीड़ द्वारा दो आदिवासियों की कथित रूप से पीट पीटकर हत्या करने के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को स्थानीय पुलिस अधीक्षक का तबादला करने का आदेश दिया है। सागर गांव के रहने वाले संपत भट्टी और सिमरिया गांव के ढांसा इनवाती पर तीन मई को तड़के कथित तौर पर बजरंग दल से जुड़े 15-20 लोगों की भीड़ ने हमला किया जिसके बाद दिन में अस्पताल में दोनों आदिवासियों की मौत हो गई।
पुलिस अधिकारियों पर गिरी गाज
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक बयान में कहा गया है कि चौहान ने सिवनी के पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के तबादले का आदेश दिया है और घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का भी निर्देश दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के आदेश पर कुरई थाना और बादलपुर पुलिस चौकी जिसके अधिकार क्षेत्र में यह घटना हुई थी, के पूरे स्टाफ को हटा दिया गया है। चौहान ने यह भी कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और दोनों मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया गया है और कानूनी वारिसों को नौकरी दिये जाने की व्यवस्था की जा रही है।
कमलनाथ ने लगाए आरोप
इस बीच, मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रमुख कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विपक्षी दल और प्रदेश के आदिवासियों के दबाव में कार्रवाई की है। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने अभी जो घोषणा की है वो अधूरी है, कई जिम्मेदारों को बचा लिया गया है, दोषी अधिकारियों का निलंबन हो, एसआईटी के बजाय उच्च स्तरीय जांच की घोषणा हो तथा आरोपियों का भाजपा से जुड़े संगठनों से कनेक्शन सामने आए।
SIT का हुआ गठन
एक अधिकारी ने कहा कि इस घटना की जांच और इन घटनाओं को कैसे रोक लगाई जा सकती है पर रिपोर्ट देने के लिए एक विशेष दल का गठन किया गया है, जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजेश राजौरा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अखेतो सेमा और मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव, श्रीकांत भनोट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह जांच दल सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर सिवनी पहुंचेगा।