सीहोर: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन भारी भीड़ के कारण हालात बेकाबू हो गए। बता दें कि कुबेश्वर धाम पर आज से 7 दिवसीय शिव महापुराण कथाऔर रुद्राक्ष महोत्सव के आयोजन की शुरुआत हुई है। कई श्रद्धालु पंडित प्रदीप मिश्रा का आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं। इस दौरान रुद्राक्ष लेने के चक्कर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई जिसमें एक महिला की मौत हो गई। मंडी थाना SI धर्म सिंह वर्मा ने महिला की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि महाराष्ट्र के नासिक के मालेगांव से आई 50 वर्षीय मंगला बाई पति गुलाब की तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे चक्कर आया और वह गिर पड़ी।
2000 लोग अस्पताल में भर्ती
बताया जा रहा है कि बढ़ती भीड़ के आगे प्रशासन ने भी घुटने टेक दिए हैं। श्रद्धालुओं के लिए यहां छांव के इंतजाम नहीं किए गए हैं। इस वक्त महोत्सव में करीब 10 लाख लोगों के मौजूद होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इतनी भीड़ को देखते हुए सारे इंतजाम फेल हो गए हैं। 10-10 घंटे धूप में खड़े होने की वजह से लोग अब चक्कर खाकर बेहोश हो रहे हैं। करीब 2000 लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित जिला अस्पताल पर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
तीन महिलाएं लापता
बता दें कि कार्यक्रम के एक दिन पहले ही बुधवार को यहां 2 लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए थे। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए आयोजन स्थल पर एक दिन पहले ही श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष बांटना शुरु हो गए थे जबकि गुरुवार को यहां करीब 10 लाख से ज्यादा लोग पहुंच चुके हैं। आज तीन महिलाएं लापता हो गईं हैं। लापता महिलाओं में एक महिला छत्तीसगढ़ के भिलाई की, दूसरी राजस्थान के गंगापुर और तीसरी महाराष्ट्र के बुलढाणा की रहने वाली हैं। सुबह 10 बजे तक 5 लाख श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष बांटे गए। एक दिन पहले भी डेढ़ लाख रुद्राक्ष बांटे गए थे। 40 काउंटर से रुद्राक्ष बांटे जा रहे हैं।
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क्यों खास है ये रुद्राक्ष?
रुद्राक्ष लेने के लिए आए श्रद्धालुओं में यह भ्रम है कि कुबेश्वर धाम पर जो रुद्राक्ष बांटा जा रहा है उसे पानी में डालना है और उस पानी को पी जाना है। ऐसा करने से उनकी हर समस्या दूर हो जाएगी। भले ही नक्षत्र खराब हो, बीमारी हो, भूत बाधा हो सब संकट का निवारण हो जाएगा। यही वजह है कि इस रुद्राक्ष को लेने के लिए लोगों की भीड़ जुटी है।