पहले हत्या की फिर अधजली लाश हफ्ते भर घर में रखी, बदबू फैली तो ट्रांसफॉर्मर के नीचे फेंका
मध्य प्रदेश के मऊगंज में कुछ लोगों ने एक शख्स की हत्या के बाद उसके शव को पेट्रोल डाल कर जलाया। फिर 7 दिन तक आधी जली लाश को घर पर रखा। जब बदबू फैली तो साड़ी और कंबल में लपेट कर शव को ट्रांसफार्मर के नीचे फेंक दिया।
रीवा: जुर्म करने वाले अपराधी कितने ही शातिर क्यों न हों, अक्सर वरदात के दौरान कोई न कोई सबूत छोड़ ही जाते हैं। एक न एक दिन कानून के लंबे हाथ आरोपीयों की गिरेबान तक पहुंच ही जाते हैं। 21 दिन पहले मऊगंज में एक ऐसी ही सनसनी खेज वारदात हुई, जिसमे पुलिस ने जांच करते हुऐ चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हसिल की है। आरोपियों ने पहले तो शख्स को बेरहमी से पीटा फिर उसे मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद शव पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया।
लेकिन जब शव पूरी तरह से नहीं जला तो जुर्म से बचने के लिए 7 दिनों तक अधजले शव को घर के अन्दर ही छुपाए रखा। इसके बाद जब आसपास बदबू फैलने लगी तो पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को साड़ी और कंबल में लपेटकर घर से दूर एक खेत पर लगे ट्रांसफार्मर के नीचे फेंक दिया।
लापता होने के एक सप्ताह बाद मिली अधजली लाश
मामला मऊगंज जिले के शाहपुर थाना अंर्तगत स्थित ग्राम खोड़वानी गांव का है। यहां पर रहने वाला संतोष कोल बीते 2 फरवरी की शाम अचानक से लापता हो गया था। परीजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन संतोष का कोई सुराग नहीं लग पाया। अगले दिन परिजनों ने थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और एक बार फिर संतोष कोल की तालाश करने में जुट गए। लापता होने के एक सप्ताह बाद 9 फरवरी को पड़ोस के ब्राम्हणगढ़ गांव में एक ट्रांसफॉर्मर के नीचे संतोष के परिजनों को जली हुई लाश दिखाई दी। संतोष के परिजनों ने शव की पहचान की और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस की टीम पहुंची और साक्ष्य एकत्रित करके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया और घटना की जांच में जुट गई।
चोरी के शक में की थी बुरी तरह पिटाई
घटना की जांच कर रही पुलिस ने हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया और अज्ञात आरोपीयों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए 10 हजार का इनाम घोषित किया और आरोपियों की तलाश शुरु कर दी। संतोष कोल के जले हुए शव को बरामद करने के 14 दिन बाद आज मऊगंज पुलिस ने अंधी हत्या का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक बीते 2 फरवरी की रात ब्राम्हणगढ़ गांव में रहने वाले आरोपी मुकेश साकेत के घर पर मुकेश सहित चार लोग ताश खेल रहे थे। इसी दौरान कुछ आहट सुनाई दी, जिसके बाद किसी ने चोर-चोर कहकर शोर मचाना शुरु कर दिया। इस बीच आरोपी मुकेश साकेत ने पड़ोस में रहने वाली उसकी भाभी उर्मिला साकेत के घर के बाहर मौजूद संतोष साकेत की लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर दी। आरोपीयों का कहना था कि संतोष कोल चोरी के इरादे से उनके घर में घुसा था।
7 दिन तक आधजले शव को घर में छिपाया
इसके बाद आरोपियों ने संतोष कोल की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी और मृतक के शव को घर के अंदर ले गए। बाद में अरोपियों ने शव पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी। घटना के बाद आरोपियों ने पकड़े जानें के डर से 7 दिन तक आधे जले शव को घर के अंदर कमरे में छिपाए रखा। इसके बाद जब आसपास के इलाके में शव की गंध फैलने तो जुर्म से बचने के लिए आरोपियों ने नई चाल चली। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने शव को साड़ी और कंबल से लपेटा और साइकल पर लादकर खेत में लगे ट्रांसफॉर्मर के नीचे घास में फेंक दिया।
मऊगंज पुलिस ने किया हत्या का खुलासा
पुलिस के मुताबिक मृतक की टॉर्च और खून के छींटे आरोपी के घर में मिले हैं। मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मोहित साकेत उर्फ मुन्नू साकेत, मुकेश साकेत, धर्मेन्द्र साकेत, रंजीत साकेत शामिल हैं। पकड़े गए सभी आरोपी ब्रम्हागढ़, थाना शाहपुर, जिला मऊगंज के निवासी हैं। पुलिस ने आरोपीयों के विरुद्ध 302, 201 का अपराध पंजीबद्ध कर उनसे पूछताछ की और न्यायालय में पेश करके उन्हें जेल भेज दिया।
(रिपोर्ट- अशोक मिश्रा)
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