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Hindi News मध्य-प्रदेश भोपाल के हमीदिया अस्पताल से 816 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी

भोपाल के हमीदिया अस्पताल से 816 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी

मध्य प्रदेश को राजधानी भोपाल में कोरोना के इलाज के लिए जीवन रक्षक माने जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन के सरकारी हमीदिया अस्पताल से चोरी हो जाने का मामला सामने आया है।

भोपाल के हमीदिया अस्पताल से 816 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी- India TV Hindi Image Source : PTI/FILE भोपाल के हमीदिया अस्पताल से 816 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी

भोपाल: मध्य प्रदेश को राजधानी भोपाल में कोरोना के इलाज के लिए जीवन रक्षक माने जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन के सरकारी हमीदिया अस्पताल से चोरी हो जाने का मामला सामने आया है। बताया गया है कि यह चोरी हमीदिया अस्पताल के स्टोर रूम के सेंट्रल ग्रिल को काटकर की गई है। मध्य प्रदेश में यह ऐसा पहला मामला है, जब रेमडेसिविर इंजेक्शन को चोरी किया गया है। 

गौरतलब है रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर समेत तमाम शहरों में लंबी लाइन लगी देखी गई हैं। ऐसे में सरकार ने सीधे सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट अस्पतालों को कलेक्टर के माध्यम से इंजेक्शन पहुंचाने की कवायद शुरू की है। इसी क्रम में हमीदिया अस्पताल के गंभीर मरीजों के लिए सरकार ने इंजेक्शन भेजे थे। 

बीते शुक्रवार को इंजेक्शन अस्पताल में पहुंचे थे और इन्हें आज या कल शाम लगाया जाना था। ऐसे में यह चोरी अस्पताल प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े करती नजर आ रही है। सूत्र बता रहे हैं कि इसमें अस्पताल के अंदर काम करने वाले लोगों का हाथ हो सकता है। 

रेमडेसिविर इंजेक्शन की चोरी का पता लगते ही मध्य प्रदेश सरकार में चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल के कमिश्नर समेत पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। इंडिया टीवी से बात करते हुए विश्वास सारंग ने बताया मामला गंभीर है और इसकी पुनरावृत्ति ना हो, इसकी जांच की जाएगी। 17 डिब्बे इंजेक्शन चोरी हुए हैं, एक डिब्बे में तकरीबन 48 इंजेक्शन होते हैं।

वहीं, भोपाल के डीआईजी इरशाद बली ने इंडिया टीवी को बताया कि चोरी का मामला दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज को देखकर पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि चोरी में किनका हाथ है। 

गौरतलब है हमीदिया अस्पताल राजधानी भोपाल का सबसे बड़ा और पुराना अस्पताल है। यह अस्पताल गांधी मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत आता है और कोविड के गंभीर मरीजों का यहां पर इलाज किया जाता है।