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Hindi News मध्य-प्रदेश यहां गधों को खिलाए जा रहे गुलाब जामुन, हंसने से पहले वजह तो जान लीजिए; हैरान रह जाएंगे

यहां गधों को खिलाए जा रहे गुलाब जामुन, हंसने से पहले वजह तो जान लीजिए; हैरान रह जाएंगे

एमपी के मंदसौर जिले में गधों को गुलाब जामुन खिलाए जाने का मामला सामने आया है। वहीं इसके पीछे की वजह पुरानी मान्यता बताई जा रही है। गधों को गुलाब जामुन खिलाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

गधों को खिलाए जा रहे गुलाब जामुन।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV गधों को खिलाए जा रहे गुलाब जामुन।

मंदसौर: जिले में एक ऐसा मामला देखा गया है, जिसे देखकर आपकी भी हंसी नहीं रुकेगी। दरअसल, यहां पर गधों को गुलाब जामुन खिलाने का मामला सामने आया है। वहीं गधों को गुलाब जामुन खिलाए जाने के पीछे एक अनोखी वजह सामने आई है। बताया जा रहा है कि इलाके में कई दिनों से बारिश नहीं हो रही थी। पुरानी मान्यताओं के अनुसार बारिश करवाने के लिए कुछ दिनों पहले गधों से श्मसान में खेती करवाई गई थी। मान्यता है कि गधों से खेती कराए जाने के बाद बारिश होती है। इस बार भी ऐसा ही हुआ। वहीं बारिश होने के बाद उन्हीं गधों को फिर से पकड़कर उनका सम्मान किया गया और गुलाब जामुन भी खिलाया गया। 

गधों का किया गया सम्मान

पूरा मामला मंदसौर जिले का है। यहां पर गधों को गुलाब जामुन की पार्टी देने का एक अनोखा मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार जुलाई माह बीत जाने के बाद भी जब इलाके में बारिश नहीं हुई तो पुरानी मान्यताओं के अनुसार गधों से खेती कराई गई। इसके लिए कुछ दिन पहले गधों से श्मशान में हल चलवाया गया था। इसके साथ ही खेत में नमक और उड़द की बुआई भी कराई गई। गधों से खेत में हल चलवाए जाने के बाद अब इलाके में बारिश हुए तो उन्हें फिर से बुलाकर गुलाब जामुन खिलाया गया। मान्यता है कि इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए ऐसा पहले भी किया जाता रहा है।

स्थानीय लोगों में खुशी की लहर

इस मान्यता का पालन करने वाले लोगों का कहना है कि, अगर मंदसौर में अच्छी बारिश होती है तो गधों को गुलाब जामुन खिलाई जाती है। अब मंदसौर और आस-पास के इलाकों में झमाझम बारिश की शुरुआत हो गई है। इसलिए इन गधों को गुलाब जामुन खिलाई गई। एक बड़ी थाली में बहुत सारे गुलाब जामुन रखकर दोनों गधों को खिलाया गया। मान्यता है कि अच्छी बारिश के लिए कई तरह के टोटके किए जाते हैं, इसी में से यह भी एक है। वहीं इलाके में बारिश होने की वजह से ग्रामीणों और स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है। (इनपुट- अशोक परमार)

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