मध्य प्रदेश में सागर जिले के नौरादेही फॉरेस्ट सैंक्चुरी में दो टाइगर में वर्चस्व को लेकर लड़ाई हुई, जिसमें टाइगर एन-2 घायल हो गया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी। इस खूनी संघर्ष में एन-2 घायल हुआ था, जिसका पन्ना टाइगर रिजर्व के डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा था, इलाज के बाद से एन-2 के स्वास्थ्य में सुधार आया था, लेकिन सुबह वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम ने एन-2 को देखा तो वह मृत पाया गया।
मृतक टाइगर का किया गया अंतिम संस्कार
इसके बाद ये सूचना वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। किशन की मौत की खबर सुनते ही CCFA के सिग डीएफ ओएमपी सिंह तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने पन्ना टाइगर रिजर्व के डॉक्टर गुप्ता को बुलाया। इसके बाद मृत किशन का डाक्टरों ने पोस्टमॉर्टम किया। किशन को पुष्प माला पहनाकर नौरादेही फॉरेस्ट सैंक्चुरी के जंगल में अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर नौरादेही अभ्यारण के सभी वन अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
पांच साल में पहली बार हुआ बाघों के बीच संघर्ष
नौरादेही एसडीओ सेवाराम मलिक ने बताया कि प्रदेश के सबसे बड़े नौरादेही अभ्यारण्य में टेरिटरी को लेकर बाघों के बीच पहली बार पांच साल में संघर्ष देखने को मिला था, नौरादेही में बाघ एन-2 और एन-3 से बीच घमासान लड़ाई हुई थी। लड़ाई में एन-2 बाघ किशन जख्मी हुआ हुआ था। साल 2018 में शिफ्टिंग के बाद यह पहला मौका है जब नौरादेही फॉरेस्ट सैंक्चुरी में टेरिटरी को लेकर बाघों के बीच लड़ाई हुई थी। टाइगर एन-2 के चेहरे पर कुछ निशान पंजे के पाए गए थे, कुछ घाव भी हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व के डॉक्टर और स्थानीय वेटरनरी डॉक्टर के द्वारा इलाज किया गया था।
(रिपोर्ट- टेकराम ठाकुर, सागर)
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