भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना के संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य में सिर्फ 11 जिले ही ऐसे बचे हैं जहां तक कोरोना ने अब तक दस्तक नहीं दी है। इसके अतिरिक्त 41 जिलों तक कोरोना ने अपनी पहुंच बना ली है। सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज और मरने वालों की संख्या के मामले में इंदौर, उज्जैन और भोपाल जिले हैं।
राज्य में कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन पर सख्ती से अमल जारी है, एक जिले से दूसरे जिले तक जाना भी प्रशासन की अनुमति से ही संभव हो पा रहा है। उसके बावजूद कोरोना का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। अब तो राज्य के 52 जिलों में से 41 यानि लगभग 79 प्रतिशत हिस्से में कोरोना ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते है कि राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 3785 हो गई है। इंदौर में सबसे ज्यादा मरीज हैं, यहां संख्या 1935 हो गई है। वहीं भोपाल, जबलपुर, उज्जैन वे स्थान है जहां मरीजों की संख्या तीन अंकों में है।
इसके अलावा मुरैना, खरगोन , बड़वानी , छिंदवाड़ा, विदिशा, होशंगाबाद, खंडवा, देवास, रतलाम, धार, रायसेन, शाजापुर, मंदसौर, आगर मालवा, बुरहानपुर, सागर, ग्वालियर, नीमच, श्योपुर, भिंड, सतना, अलिराजपुर, हरदा, अनूपपुर, शिवपुरी, टीकमगढ़, रीवा, शहडोल, डिंडोरी, अशोकनगर, झाबुआ, सीहोर, गुना, बैतूल, मंडला, पन्ना, सिवनी में कोरोना मरीज मिले है।
राज्य में छतरपुर, दमोह, दतिया, निवाड़ी, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, राजगढ़, नरसिंहपुर, बालाघाट और कटनी ऐसे जिले है जहां कोरोना का मरीज नहीं है। निवाड़ी में एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आई थी मगर बाद में उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। बुंदेलखंड के सात जिलों में से चार जिले छतरपुर, दमोह, दतिया व निवाड़ी ऐसे हैं जहां कोरोना के मरीज नहीं है। यहां बीते दिनों हजारों मजदूर पलायन कर अपने गावों को लौटे हैं।
राज्य के लिए यह संतोष देने वाली बात है कि यहां लगातार मरीज स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं। अब तक 1774 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं। वहीं 221 मरीजों की बीमारी के चलते मौत हो चुकी है।