भोपाल: मध्य प्रदेश के बड़वानी में स्वास्थ्य विभाग की एक 60 वर्षीय महिला कर्मचारी की कोरोना टीके की दूसरी खुराक लगने के कुछ घंटों बाद मौत हो गयी। जिला कलेक्टर ने अधिकारियों से महिला की मौत के सही कारणों का पता लगाने के निर्देश दिये हैं। बड़वानी जिले की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमआचओ) अनीता सिंगारे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की लिपिक रजनी सेन को मंगलवार दोपहर कोरोना टीके की दूसरी खुराक लगाई गयी थी। इसके बाद रात में उनकी हालत बिगड़ गई और देर रात यहां एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान रजनी की मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि महिला के शव का पोस्टमार्टम कर तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत की जायेगी।
इस बीच जिलाधिकारी शिवराज सिंह वर्मा ने कहा, ‘‘मुझे जानकारी मिली है कि महिला को मंगलवार को कोरोना का टीका लगाया गया था और देर रात उसकी मौत हो गयी। सीएमएचओ ने मुझे सूचित किया कि संभवत: मृतक के मस्तिष्क में रक्तस्त्राव हुआ।’’ उन्होंने कहा कि मौत का सही कारण पता लगाने के लिये शव का पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया गया है। वर्मा ने कहा, ‘‘कोरोना टीकाकरण अभियान पिछले डेढ़ महीने से चल रहा है। मुझे भी टीका लगाया गया है और मेरे विचार से यह टीका सुरक्षित है और इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं।’’
इस बीच कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में महामारी के मामलों में उछाल के चलते प्रशासन ने यहां रंगपंचमी की पारंपरिक शोभायात्रा गेर के आयोजन पर रोक लगाने का फैसला किया है। होली की दशकों पुरानी त्योहारी परंपरा से जुड़ी इस विशाल शोभायात्रा में हर साल हजारों हुरियारे जुटते हैं। आपदा प्रबंधन समिति की मंगलवार शाम आयोजित बैठक के बाद जिलाधिकारी मनीष सिंह ने संवाददाताओं को बताया, "पिछले कुछ दिनों में खासकर इंदौर शहर में भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रमों के चलते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। इसके मद्देनजर हमने तय किया है कि इस बार गेर के आयोजन को मंजूरी नहीं दी जाएगी।"
उन्होंने बताया, "गेर के आयोजकों से कहा गया है कि वे रंगपंचमी पर इस शोभायात्रा की तैयारी न करें।" जिलाधिकारी ने बताया कि शहर में बडे़ धार्मिक और सामाजिक आयोजनों को भी फिलहाल अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि स्थानीय अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए बिस्तरों की तादाद बढ़ाई जा रही है।
सिंह ने बताया कि शहर के होटलों और मैरिज गार्डनों में होने वाले आयोजनों में हॉल या खुले मैदान की कुल क्षमता के केवल 50 फीसद मेहमानों को बुलाने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक जगहों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों से सख्ती के साथ जुर्माना वसूला जाएगा। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, करीब 35 लाख की आबादी वाले इंदौर जिले में गत 24 मार्च से लेकर 22 फरवरी तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 58,996 मरीज मिले हैं। इनमें से 931 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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