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मध्य प्रदेश में कोरोना के 453 नए मामले, मरीजों के फेफड़ों और पेट तक पहुंचा ब्लैक फंगस

मध्य प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 36 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 8,441 हो गयी है। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी के 453 नए मामले सामने आए।

MP sees 453 COVID-19 cases, black fungus affects intestines, pancreas of patients- India TV Hindi Image Source : PTI मध्य प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 36 और व्यक्तियों की मौत हुई है।

भोपाल: मध्य प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 36 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 8,441 हो गयी है। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी के 453 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 7,86,755 तक पहुंच गयी। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि प्रदेश के 52 जिलों में से 10 जिलों सिंगरौली, दतिया, टीकमगढ़, मंडला, गुना, हरदा, डिण्डोरी, श्योपुर, अलीराजपुर एवं भिण्ड में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण का एक भी नया मामला नहीं आया है। 

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के 144 नए मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल और जबलपुर में क्रमश: 104 एवं 39 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,86,755 संक्रमितों में से अब तक 7,71,243 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और 7,071 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि बुधवार को कोविड-19 के 1,329 रोगी स्वस्थ हुए हैं।

वहीं इंदौर महामारी का प्रकोप घटने के बाद ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) चिकित्सा जगत के सामने नयी चुनौती के रूप में उभर रहा है। रोगियों की नाक, मुंह, आंखों और मस्तिष्क के बाद फेफड़ों और पेट में भी ब्लैक फंगस संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। परमार्थिक क्षेत्र के चोइथराम अस्पताल में पेट रोग विभाग के प्रमुख डॉ. अजय जैन ने बताया, "पिछले एक हफ्ते के दौरान हमें ऐसे दो मरीज मिले जिनके पेट में ब्लैक फंगस संक्रमण की पुष्टि हुई है। ये मरीज महीने भर के अंतराल में कोविड-19 से ठीक हुए हैं।"

उन्होंने बताया, "इनमें 62 वर्षीय पुरुष शामिल था जो हमारे पास आंतों की रुकावट और शौच न होने की शिकायत लेकर आया था। हमने जब उसका ऑपरेशन किया तो पाया कि उसकी छोटी आंत का तीन फीट लम्बा हिस्सा सड़ चुका था। इस हिस्से को काटकर बाहर निकालने के बाद जांच की गई जिसमें ब्लैक फंगस के संक्रमण की पुष्टि हुई।" जैन ने बताया कि तमाम कोशिशों के बावजूद मरीज की जान नहीं बचाई जा सकी। 

पेट रोग विशेषज्ञ ने बताया कि दूसरे मामले में 44 वर्षीय पुरुष मल के साथ लगातार खून आने की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंचा था। उन्होंने बताया, "जांच में इस मरीज की छोटी आंत के पहले हिस्से में काले रंग का बड़ा छाला दिखा और आंत की दीवार गली नजर आई। ऑपरेशन के दौरान पता चला कि ब्लैक फंगस मरीज के अग्नाशय में भी प्रवेश कर चुका है।" उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद इस मरीज के पेट से ब्लैक फंगस संक्रमण हटाया गया और उसकी हालत फिलहाल ठीक है। 

इस बीच, श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने बताया, "हमारे अस्पताल के दो मरीजों के पेट में ब्लैक फंगस संक्रमण मिला है, जबकि आठ अन्य रोगियों के फेफड़ों में यह संक्रमण पाया गया है। कोविड-19 से उबरे मरीजों में यह नयी समस्या सामने आ रही है।" अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल स्थानीय अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 500 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। इनमें इंदौर के अलावा राज्य के अन्य जिलों के मरीज भी शामिल हैं।

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