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Hindi News मध्य-प्रदेश मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के 65 नए मामले, 20 लोगों की मौत

मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के 65 नए मामले, 20 लोगों की मौत

मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 20 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 8,806 हो गयी है।

MP reports 65 COVID-19 cases, 20 deaths, 318 recoveries- India TV Hindi Image Source : PTI मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 20 और व्यक्तियों की मौत हुई है।

भोपाल: मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 20 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 8,806 हो गयी है। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में इस बीमारी के 65 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 7,89,415 हो गयी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 52 जिलों में से 31 जिलों में पिछले 24 घंटों में संक्रमण का एक भी नया मामला नहीं आया। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश में मंगलवार को कोविड-19 के 15 नए मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 13 मामले आये। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में अब तक 7,78,902 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और 1,707 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को कोविड-19 के 318 रोगी स्वस्थ हुए हैं।

वहीं, इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में पिछले 40 दिन के दौरान करीब आठ प्रतिशत की मृत्यु दर के साथ ब्लैक फंगस संक्रमण (म्यूकर माइकोसिस) के 49 मरीजों की मौत हो गई। एमवायएच के एक आला अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एमवायएच, राज्य में ब्लैक फंगस का इलाज करने वाला सबसे व्यस्त अस्पताल है जहां इंदौर के अलावा अन्य जिलों के मरीज भी भर्ती हैं। यह अस्पताल शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से सम्बद्ध है।

महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने "पीटीआई-भाषा" को बताया कि एमवायएच में अब तक ब्लैक फंगस के कुल 614 मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 283 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि 49 मरीजों की मौत हो चुकी है। आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि एमवायएच में ब्लैक फंगस के मरीजों की मृत्यु दर करीब आठ प्रतिशत है। 

डीन ने दावा किया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्लैक फंगस के मरीजों की मृत्यु दर आमतौर पर 40 से 50 प्रतिशत के बीच है। उन्होंने कहा कि एमवायएच में ब्लैक फंगस के जिन मरीजों की मौत हुई, उनमें से ज्यादातर लोग मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से ताल्लुक रखते थे और देरी से अस्पताल पहुंचे थे।

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