भोपाल: मध्य प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 12 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है, जिससे मरने वालों की संख्या 3,514 हो गयी है। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी के 1007 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,34,331 तक पहुंच गयी। मध्य प्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से इंदौर में तीन, भोपाल में दो और ग्वालियर, खरगोन, सागर, रतलाम, विदिशा, बैतूल एवं हरदा में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’
उन्होंने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 847 मौत इंदौर में हुई हैं, जबकि भोपाल में 561, उज्जैन में 101, सागर में 146, जबलपुर में 236 एवं ग्वालियर में 193 लोगों की मौत हुई हैं। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं।’’
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में बुधवार को कोविड-19 के 364 नये मामले इंदौर जिले में जबकि भोपाल में 156 नये मामले सामने आये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 2,34,331 संक्रमितों में से अब तक 2,20,051 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं जबकि 10,766 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
अधिकारी ने कहा कि बुधवार को 1,223 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश सरकार को मिली सूचना के मुताबिक राज्य में कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा हो सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार एक्शन में आ गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई, जिसमें फैसला लिया गया कि कोरोना वैक्सीन के फर्जीवाड़े में पकड़े जाने वाले दोषियों को आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी। मंगलवार को हुई बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि WHO को इंटरपोल से जानकारी मिली थी कि कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा हो सकता है।