MP News: मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में रविवार शाम को गांधी सागर बांध में डूबने से तीन महिलाओं की मौत हो गई और दो लापता हैं, जबकि दो बच्चों को बचा लिया गया है। मन्दसौर के जिलाधिकारी गौतम सिंह ने बताया कि जिले के गांव टोलाखेड़ी की कुछ महिलाएं खेती वगैरह के काम से गांधी सागर बांध के डूब क्षेत्र को पैदल पार करके गई थीं। उन्होंने बताया कि आज शाम वहां से पैदल लौटते वक्त इनमें से पांच महिलाओं एवं दो बच्चों के डूबने की सूचना मिली। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद इनमें से दोनों बच्चों को बचा लिया गया है, जबकि तीन महिलाओं के शव अब तक बरामद हुए हैं और दो अन्य महिलाएं लापता हैं, जिनकी गोताखोरों द्वारा तलाश की जा रही है।
रास्ते में कमर तक पानी था
सिंह ने बताया कि गांधी सागर बांध के डूब क्षेत्र के उस पार बने हुए टापू पर आने-जाने के लिए ग्रामीणों ने मुरम डालकर रास्ता बनाया था। इस रास्ते में कमर तक पानी था। अधिकारी ने बताया कि ये महिलाएं एवं बच्चे शाम को आते वक्त एक दूसरे का हाथ पकड़ कर आ रहे थे कि एक महिला फिसल गई और गहरे पानी में गिर गई। उसे बचाने में दूसरी महिलाएं भी डूब गईं।
पं जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी बांध की आधारशिला
गांधी सागर बांध जिला मुख्यालय से 168 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। डैम का निर्माण चंबल नदी पर किया गया है। जिले में गांधी सागर बांध/ पावर स्टेशन के निर्माण की आधारशिला देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा 7 मार्च 1954 को रखी गई थी। 1960 में यहां से बिजली उत्पादन और वितरण शुरू हुआ।