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Hindi News मध्य-प्रदेश MP News: अधिकारी ने घरेलू चीजों का इस्तेमाल करके बनाया ट्रैफिक सिग्नल की जानकारी देने वाला रोबोट, महज 3 हजार रुपए में किया तैयार

MP News: अधिकारी ने घरेलू चीजों का इस्तेमाल करके बनाया ट्रैफिक सिग्नल की जानकारी देने वाला रोबोट, महज 3 हजार रुपए में किया तैयार

MP News: योगेश का कहना है कि हमारे जिले में एक ही चौराहा है, जहां सिग्नल लगा है। ग्रामीण अंचलों से लोग शहर आते हैं। ऐसे में लोगों से सिग्नल का पालन कराना बहुत बड़ा टास्क है।

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Highlights

  • अधिकारी ने घरेलू चीजों से बनाया रोबोट
  • ट्रैफिक सिग्नल की देता है जानकारी
  • ग्रामीण अंचलों से आने वाले लोगों को करेगा जागरूक

MP News: कहते हैं कि प्रतिभा किसी न किसी तरीके से समस्या का हल निकाल ही लेती है। मध्य प्रदेश के मंडला से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां एक ट्रैफिक अधिकारी ने घरेलू चीजों का इस्तेमाल करके एक रोबोट तैयार किया है, जो जनता को ट्रैफिक सिग्नल का पालन करने के बारे में बताएगा। इस ट्रैफिक अधिकारी का नाम सूबेदार योगेश राजपूत है और उन्होंने स्क्रैप का बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल किया।

योगेश का कहना है कि हमारे जिले में एक ही चौराहा है, जहां सिग्नल लगा है। ग्रामीण अंचलों से लोग शहर आते हैं। ऐसे में लोगों से सिग्नल का पालन कराना बहुत बड़ा टास्क है। इसी उद्देश्य के तहत मैनें एक रोबोट बनाया है, जो लोगों को बता सके कि ट्रैफिक सिग्नल का पालन कैसे करना है। 

योगेश ने बताया कि इस रोबोट को बनाने के लिए उन्होंने घरेलू चीजों का इस्तेमाल किया है, जिसमें लगभग 2-3 हजार रुपए का खर्च आया है। 

कई बार रोबोट ने इंसानों को नुकसान भी पहुंचाया

इसी साल जुलाई में एक खबर सामने आई थी कि टेक्नोलॉजी कई बार नुकसानदेह भी साबित हो सकती है। इसका एक उदाहरण रूस में देखने को मिला था। रूस की राजधानी मॉस्को में इंसानों और रोबोट के बीच शतरंज टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। इस दौरान एक रोबोट के साथ खेल रहे बच्चे के साथ दर्दनाक हादसा हो गया।

दरअसल एक इवेंट के दौरान एक बच्चा रोबोट के साथ शतरंज खेल रहा था और तभी रोबोट ने खेल के दौरान सात साल के उस बच्चे की उंगली तोड़ दी। इस पूरी घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड हुआ जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। इस वीडियो में दिखता है कि रोबोट और बच्चा शतरंज खेल रहे होते हैं और अपनी-अपनी चाल चल रहे होते हैं। इसी दौरान रोबोट बच्चे की उंगली को दबा देता है और इसके बाद वहां मोजूद लोग तेजी से भागकर बच्चे के हाथ को रोबोट से छुड़ाते हैं और उसे वहां से ले जाते हैं।   

रूस के अखबार में भी इस घटना के बारे में बताया गया था। तास न्यूज एजेंसी से बात करते हुए मॉस्को चेस फेडेरेशन के प्रेसिडेंट सर्गेई लाजरेव ने बताया था कि रोबोट ने बच्चे की उंगली तोड़ दी। यह वाकई में बहुत बुरा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मशीन इससे पहले बिना किसी हादसे के कई मैच खेल चुकी है। लाजरेव ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह हादसा बच्चे की जल्दबाजी के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि रोबोट को हमने किराए पर लिया था। लंबे समय से इसे विशेषज्ञों के साथ अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शित किया जा रहा है। ऐसे में देखना ये होगा कि मध्य प्रदेश के ट्रैफिक अधिकारी का रोबोट के साथ प्रयोग कितना सफल रहता है।