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Hindi News मध्य-प्रदेश MP News : जीत की रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के लगे थे नारे, पार्षद पर लगी रासुका, भेजे गए जेल

MP News : जीत की रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के लगे थे नारे, पार्षद पर लगी रासुका, भेजे गए जेल

MP News : यह मामला शाजापुर के वार्ड नंबर 12 का है जहां बीते दिनों हुए नगरीय निकाय के चुनाव में समीउल्लाह खान खड़े हुए थे। 17 जुलाई को समर्थकों द्वारा निकाली गई विजय रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे।

Newly elected councilor sent to jail- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Newly elected councilor sent to jail

Highlights

  • नवनिर्वाचित पार्षद की रैली में देश-विरोधी नारे
  • NSA के तहत केस, जेल भेजे गए

MP News : पार्षद का चुनाव जीतने पर निकाली गई विजय रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगना पार्षद को भारी पड़ गया। शाजापुर की कोतवाली पुलिस ने नवनिर्वाचित पार्षद पर रैली में देश-विरोधी नारे लगाने के मामले में मामला दर्ज करने के बाद अब राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका)के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।

पाकिस्तान जिंदाबाद का वीडियो वायरल

दरअसल, यह मामला शाजापुर के वार्ड नंबर 12 का है जहां बीते दिनों हुए नगरीय निकाय के चुनाव में समीउल्लाह खान खड़े हुए थे। उन्हें जीत भी मिली लेकिन जीत मिलने के बाद 17 जुलाई को समर्थकों द्वारा निकाली गई विजय रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग गए। इतना ही नहीं पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे वाला वीडियो भी वायरल हो गया। इसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने इसका विरोध करते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई।

देश-विरोधी नारों पर फैला था तनाव

देश-विरोधी इन नारों के चलते शाजापुर में सांप्रदायिक तनाव फैल गया था। पुलिस ने भी हरकत में आते ही तत्काल शिकायत के आधार पर रैली का नेतृत्व करने वाले पार्षद समीउल्लाह के खिलाफ धारा 188 और 153b के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं आज समीउल्लाह को कड़ी सुरक्षा में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज कर शाजापुर से उज्जैन स्थित केंद्रीय जेल भेज दिया गया है।

पहले भी समीउल्लाह पर कई मामले थे दर्ज

शाजापुर के कोतवाली थाना प्रभारी ए.के. शेषा ने बताया कि जो पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे उसमें धारा 188 और 153b की कार्रवाई समीउल्लाह के खिलाफ की गई थी।समीउल्लाह के खिलाफ काफी अपराध पहले से ही दर्ज थे। कुछ मामले कोर्ट में भी चल रहे हैं। सभी सांप्रदायिक किस्म के मामले हैं इसे देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश के आधार पर एनएसए की कार्रवाई की गई है।