MP News: मध्य प्रदेश में एनआईए को आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। NIA ने भोपाल से 2 बांग्लादेशी आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग जिहादी सामग्री को ऑनलाइन फैलाते थे। ये आतंकी जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश से जुड़े हैं और मध्य प्रदेश में स्लीपर सेल के तौर पर काम कर रहे थे। बिहार में कुछ दिन पहले गिरफ्तार आतंकियों से इन आतंकियों के बारे में जानकारी मिली थी।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा क्या बोले?
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने इंडिया टीवी से कहा किसी भी स्लीपर सेल को मध्यप्रदेश में स्लीपिंग की इजाजत नहीं है। हमारी पुलिस का केंद्रीय पुलिस बल के साथ अच्छा तालमेल है। दो आतंकवादी जमात उल मुजाहिदीन के पकड़े गए हैं। मार्च में भोपाल से जो 7 आतंकवादी पकड़े गए थे, तभी से इन पर पूरी निगरानी रखी जा रही थी। इनके पास से कई तरह की सामग्रियां, मोबाइल और घड़ियां अलग-अलग देशों के नाम से मिली हैं। इनके खिलाफ काफी सबूत भी मिले हैं।
कैसे हुई गिरफ्तारी
करीब एक साल से भोपाल के पास ईंटखेड़ी में रह रहे जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश के दो आतंकियों को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया है। एनआईए के मुताबिक हमीदुल्लाह उर्फ राजू गाजी उर्फ मुफक्कीर उर्फ समिद अली जिला नारायणगंज ढाका निवासी और जिला मदारीपुर उर्फ मोहम्मद शहदत हुसैन उर्फ अब्दुल्ला को भोपाल के पास ईंटखेड़ी से गिरफ्तार किया है। एनआईए ने इनकी गिरफ्तारी 14 मार्च को भोपाल के ऐशबाग क्षेत्र से पकड़े गए जेएमबी के छह आतंकियों के मामले में की। इनमें से तीन आतंकी बांग्लादेश के हैं एक बिहार के कटिहार का और विदिशा के रहने वाले आतंकी भी हैं।
स्लीपर सेल की तरह जमा रहे थे एमपी में नेटवर्क
भोपाल के पास ईटखेड़ से पकड़े गए हमीदुल्लाह और राजू गाजी और मोहम्मद शहादत हुसैन उर्फ अब्दुल्ला हार्डकोर कट्टरपंथी हैं और स्लीपर सेल की तरह मध्य प्रदेश में अपनी जड़ें जमा रहे थे। इनका मकसद जिहादी तकरीरों के जरिए युवाओं को भड़काना है। इनके पास से तमाम तरह का जेहादी साहित्य मिला है। यह सोशल मीडिया के जरिए भड़काऊ चीजें फैलाते थे। इन सभी का संबंध पूर्व में गिरफ्तार किए हुए आतंकियों से है और यह बांग्लादेश में मौजूद दूसरे साथियों के साथ सोशल मीडिया के इंक्रिप्ट ऐप के जरिए बात करते थे।
क्या है पूरा मामला
प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश के 4 आतंकियों को भोपाल से 14 मार्च को गिरफ्तार किया था। इनके पास से मिली जानकारी के बाद विदिशा जिले के दो और निवासियों को भी गिरफ्तार किया गया था। 5 अप्रैल को यह पूरा मामला एनआईए को सौंपा गया था। इसके बाद बिहार में भी जमात उल मुजाहिदीन के लोगों को पकड़ा गया। इस मामले में अब तक 9 गिरफ्तारियां हो चुकी है, जिनमें से पांच बांग्लादेश के निवासी हैं।