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Hindi News मध्य-प्रदेश MP News : एमपी में बिशप के घर-दफ्तर पर EOW के छापे, डेढ़ करोड़ से ज्यादा कैश और विदेशी मुद्रा बरामद

MP News : एमपी में बिशप के घर-दफ्तर पर EOW के छापे, डेढ़ करोड़ से ज्यादा कैश और विदेशी मुद्रा बरामद

MP News : कार्रवाई के दौरान ज्यादा मात्रा में कैश मिलने के चलते मशीन तक बुलानी पड़ी। ईओडब्ल्यू की कार्रवाई अभी भी जारी है।

MP EOW raid- India TV Hindi Image Source : INDIA TV MP EOW raid

Highlights

  • ईओडब्ल्यू को कैश गिनने के लिए बुलानी पड़ी मशीन
  • छात्रों की फीस से जमा राशि के गबन का आरोप

MP News : मध्यप्रदेश के जबलपुर में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह के घर और दफ्तर पर छापा मारकर डेढ़ करोड़ से ज्यादा का कैश और विदेशी मुद्रा बरामद की है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने ईसाई बिशप के घर और दफ्तर पर गुरुवार सुबह छापा मारा। कार्रवाई के दौरान ज्यादा मात्रा में कैश मिलने के चलते मशीन तक बुलानी पड़ी। ईओडब्ल्यू की कार्रवाई अभी भी जारी है।

छात्रों की फीस से जमा राशि के गबन का आरोप

दरअसल, आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को शिकायत मिली थी की पीसी सिंह ने मूल सोसायटी का नाम बदलकर सोसाइटी की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं से प्राप्त होने वाली छात्रों की फीस की राशि को धार्मिक संस्थाओं के उपयोग के लिए और स्वयं के लिए लेकर गबन किया है। यही नहीं उनपर मूल सोसाइटी का नाम बदलकर चेयरमैन बनने का भी आरोप है।

Image Source : INDIA TVMP EOW raid

2 करोड़ 70 लाख रुपए की राशि का गबन

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने जांच में  शैक्षणिक संस्थाओं से वर्ष 2004-05 से वर्ष 2011-12 के बीच 2 करोड़ 70 लाख रुपए की राशि धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर करने और स्वयं के लिए उपयोग करने का आरोप भी सही पाया गया जिसके बाद साक्ष्यों के आधार पर आरोपी बिशप पीसी सिंह, बीए सोलंकी तत्कालीन असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटी जबलपुर के खिलाफ धारा 406, 420, 468, 471, 120 बी के तहत केस दर्ज किया है।

ईडब्ल्यूओ को 2015 में मिली थी शिकायत 

आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत के मुताबिक 2015 में शिकायत मिली थी कि द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया डायोसिस के बिशप के द्वारा शैक्षणिक संस्थाओं को जो फीस की राशि प्राप्त होती है उसका स्वयं के लिए दुरुपयोग हो रहा है जिसकी जांच के बाद पता चला कि 2 करोड़ 70 लाख की राशि का घोटाला किया गया है।हमने मूल दस्तावेजों की जांच के लिए सर्च कार्रवाई की इस दौरान उनके यहां से नकद राशि और फॉरेन करेंसी मिली है जिसकी गणना की जा रही है।