भोपालः मध्य प्रदेश में सोमवार देर रात मोहन यादव सरकार के मंत्रियों को जिले का प्रभार सौंप दिया गया है। सरकार बनने की तकरीबन 7 महीने बाद मंत्रियों को जिलों की कमान दी गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर का प्रभार आया है तो उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के पास जबलपुर और देवास का प्रभार दिया गया है। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल को सागर और शहडोल का प्रभार मिला है।
किस मंत्री के पास किस जिले का प्रभार
- डॉ. मोहन यादव, इंदौर
- जगदीश देवड़ा, जबलपुर, देवास
- राजेंद्र शुक्ला, शहडोल, सागर
- कुंवर विजय शाह- रतलाम, झाबुआ
- कैलाश विजयवर्गीय- सतना,धार
- प्रहलाद पटेल-भिंड और रीवा
- राकेश सिंह- छिंदवाड़ा, नर्मदा पुरम
- करण सिंह वर्मा- मुरैना, सिवनी
- उदय प्रताप सिंह, बालाघाट, कटनी
- संपत्ति उईके, सिंगरौली, अलीराजपुर
- तुलसी सिलावट,ग्वालियर, बुरहानपुर
- एंदल सिंह कंसाना- दतिया, छतरपुर
- निर्मला भूरिया, मंदसौर,नीमच
- गोविंद सिंह राजपूत, नरसिंहपुर, गुना
- विश्वास सारंग, खरगोन, हरदा
- नारायण सिंह कुशवाहा, शाजापुर, निवाड़ी
- नागर सिंह चौहान, आगर, उमरिया
- प्रद्युम्न सिंह तोमर, शिवपुरी,पांढुरना
- चैतन्य काश्यप,भोपाल, राजगढ़
- इंदर सिंह परमार, पन्ना, बड़वानी
- राकेश शुक्ला, शिवपुरी, अशोकनगर
- रामनिवास रावत, मंडला, दमोह
- कृष्णा गौर, सीहोर, टीकमगढ़
- धर्मेंद्र लोधी- खंडवा
- दिलीप जायसवाल- सीधी
- गौतम टेटवाल-उज्जैन
- लखन पटेल, विदिशा- मऊगंज
- नारायण सिंह पवार- रायसेन
- नरेंद्र शिवाजी पटेल- बैतूल
- प्रतिभा बागड़ी- डिंडोरी
- दिलीप अहिरवार- अनूपपुर
- राधा सिंह- मैहर
राकेश सिंह को छिंदवाड़ा का प्रभार
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को सतना और धार का प्रभार दिया गया है, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को भिंड और रीवा का प्रभार दिया गया है। यह आश्चर्यजनक है क्योंकि माना जा रहा था कि इनमें से किसी एक को छिंदवाड़ा का प्रभार दिया जाएगा। इसके बजाय पीडब्ल्यूडी मंत्री और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम का प्रभार दिया गया।
विजयवर्गीय ने लोकसभा चुनाव के दौरान छिंदवाड़ा में भाजपा के अभियान का नेतृत्व किया था, जब विवेक बंटी साहू ने कांग्रेस के दिग्गज नेता कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ को हराया था। प्रहलाद पटेल 2004 में छिंदवाड़ा से भाजपा के उम्मीदवार थे और 2023 के चुनावों के दौरान सात विधानसभा सीटों के प्रभारी हैं।