भोपाल: मध्य प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 991 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 7,82,099 तक पहुंच गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 45 और मरीजों की मौत हो गई। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से 8,157 मरीजों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बुधवार को कोविड-19 के 338 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 191 एवं जबलपुर में 83 नये मामले आये। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,82,099 संक्रमितों में से अब तक 7,56,806 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और 17,136 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि बुधवार को कोविड-19 के 4,113 रोगी स्वस्थ हुए हैं।
वहीं, ब्लैक फंगस संक्रमण (म्यूकरमाइकोसिस) के बढ़ते मामलों के बीच इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में पिछले 20 दिनों के भीतर इस बीमारी के 32 मरीजों की मौत हो गई है। एमवायएच, राज्य में ब्लैक फंगस का इलाज करने वाला सबसे व्यस्त अस्पताल है जहां इंदौर के अलावा अन्य जिलों के मरीज भी भर्ती हैं। एमवायएच के अधीक्षक प्रमेंद्र ठाकुर ने बताया, "हमारे अस्पताल में ब्लैक फंगस का पहला मरीज 13 मई को भर्ती हुआ था और अब तक इसके कुल 439 मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 84 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि 32 मरीजों की मौत हो चुकी है।"
ठाकुर ने बताया कि एमवायएच में ब्लैक फंगस के मरीजों की वर्तमान मृत्यु दर 7.29 प्रतिशत है और उनकी मानें तो यह दर राज्य के अन्य अस्पतालों के मुकाबले कम है। एमवायएच अधीक्षक ने बताया, "हम ब्लैक फंगस के मरीजों की जान बचाने के लिए पिछले 20 दिनों में 200 से ज्यादा लोगों की सर्जरी कर चुके हैं।" ठाकुर ने बताया कि एमवायएच में फिलहाल ब्लैक फंगस के 323 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 14 लोग कोविड-19 से संक्रमित हैं, जबकि 301 व्यक्तियों में इस महामारी से उबरने के बाद ब्लैक फंगस की समस्या उत्पन्न हुई है। ब्लैक फंगस के आठ अन्य मरीजों को कोविड-19 होने का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
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