MP की राजनीति में गब्बर कौन? कमलनाथ ने लिखा- जय-वीरू ने अत्याचारी गब्बर सिंह का किया था हिसाब
मध्य प्रदेश चुनाव से पहले रणदीप सुरजेवाला ने डैमैज कंट्रोल करने के लिए प्रदेश की राजनीति में जहां जय-वीरू की एंट्री करा दी, तो वहीं बयानों के राजनीतिक शोले से राज्य में चुनावी आग भी सुलग पड़ी है।
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव जहां इस बार धर्म अध्यात्म, साधु-संत, बाबा-कथा और सनातन के सहारे लड़े जा रहे हैं, तो अब नई एंट्री इस बार फिल्म और फिल्मी कलाकारों ने भी ले ली है। कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की जोड़ी को जय-वीरू की जोड़ी बताया। इस पर शिवराज सिंह चौहान ने फिल्म में दोनों के किरदार को लुटेरा बता दिया। वहीं, कमलनाथ ने सोशल मीडिया के जरिए किसको गब्बर सिंह बता दिया, रिपोर्ट में देखिए-
एमपी की राजनीति में जय-वीरू की एंट्री
कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला की इसी बयान ने मध्य प्रदेश की राजनीति में जहां जय-वीरू की एंट्री करा दी, तो वहीं बयानों के राजनीतिक शोले से प्रदेश में चुनावी आग भी सुलग पड़ी है। दरअसल, रणदीप सुरजेवाला को यह बयान देने की जरूरत कमलनाथ के उसे बयान के बाद पड़ी, जिसमें नाराज कार्यकर्ताओं को कमलनाथ सलाह देते दिखे कि जाओ, दिग्विजय और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ो।
'कपड़ा फाड़ो' बयान के बाद बीजेपी हमलावर
कमलनाथ के 'कपड़ा फाड़ो' बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई कि दोनों के बीच में दरार है। ऐसे में कांग्रेस के वचन पत्र विमोचन के दिन कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सामने आए और 'कपड़ा फाड़ो' बयान पर चुहलबाजी के जरिए ये दिखाने की कोशिश करते नजर आए कि दोनों के बीच यह संबंध वर्षों का है।
सुरजेवाला के बयान पर शिवराज ने उठाया सवाल
हालांकि, मंच से दिग्विजय कमलनाथ के इस मजाकिया अंदाज में की गई बातचीत के जरिए कांग्रेस ने यह जताने की कोशिश की कि दोनों के संबंध ठीक है, लेकिन तब तक बीजेपी ने मुद्दा हाथों में ले लिया। सोशल मीडिया पर चलने लगा कि चुनावी टिकट वितरण के चलते दोनों में टकराव हो गया है। यही वजह है कि रणदीप सुरजेवाला सामने आए और दोनों को जय-वीरू बताया। शिवराज सिंह चौहान ने सवाल ही उठा दिया कि कांग्रेस दोनों की लड़ाई को छुपाना चाहती है, इसलिए फिल्मी कैरेक्टर सामने ला रही है। उन्होंने कहा, नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छिपी रही।
"कांग्रेस नेताओं में फूट का प्रचार कर रही बीजेपी"
दिग्विजय और कमलनाथ की जोड़ी में टकराव की खबरों के चलते जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरने लगा, तो दिग्विजय सिंह सोशल मीडिया के जरिए सामने आए। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस नेताओं में फूट का प्रचार बीजेपी कर रही है, उनके झांसे में ना आए, कांग्रेस एकजुट है। इसके बाद दिग्विजय ने एक वीडियो भी जारी किया और बताया कि कांग्रेस में सब एक है।
शिवराज ने जय-वीरू को चोर-लुटेरा बताया
दिग्विजय सिंह के इस डैमेज कंट्रोल का फायदा जब तक होता, तब तक मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान सार्वजनिक मंच से जय और वीरू को चोर-लुटेरा बता दिया। उन्होंने कहा कि यह चोरों की जोड़ी मध्य प्रदेश को बर्बाद कर देगी। जब शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की राजनीतिक शोले फिल्म के किरदार जय-वीरू यानी दिग्विजय-कमलनाथ की जोड़ी को मध्य प्रदेश को बर्बाद करने वाला बता दिया, तो कमलनाथ भी सामने आए। कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा, जय और वीरू ने ही अत्याचारी गब्बर सिंह का हिसाब किया था, मध्य प्रदेश 18 साल से अत्याचार से त्रस्त है अत्याचार के अंत का समय आ गया है, अब आप समझदार हैं।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने हैं चुनाव
बता दें कि मध्य प्रदेश में एक ही फेज में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। चुनाव के नतीजे 13 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में कुल 3832 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 2 नवंबर है।
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