मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ेगी मायावती की BSP, इस पार्टी से किया गठबंधन
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) से गठबंधन किया है। दोनों पार्टियां मिलकर सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने भी अपने पत्ते खोल दिए हैं। पार्टी इस बार अकेले नहीं बल्कि गठबंधन में चुनाव लड़ेगी। चुनावों के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने गठबंधन कर लिया है। बसपा के राज्यसभा सदस्य रामजी गौतम और जीजीपी के राष्ट्रीय महासचिव बलबीर सिंह तोमर ने इस गठबंधन की जानकारी देते हुए कहा कि इस बार प्रदेश में बदलाव होगा।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में उनकी सीट-बंटवारे की व्यवस्था के अनुसार, बसपा 178 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि जीजीपी 52 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। दोनों दलों ने बाद में जारी एक संवाददाताआ सम्मेलन में कहा, ‘‘दलितों, आदिवासियों और महिलाओं पर अत्याचार को खत्म करने के लिए मध्य प्रदेश में इस गठबंधन की सरकार बनेगी। इससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस का तानाशाही और पूंजीवादी शासन भी खत्म होगा और गरीबों को न्याय मिलेगा।" बता दें कि 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए इस साल नवंबर में चुनाव होने हैं।
ओपिनियन पोल में कांग्रेस जीतती हुई नजर आ रही
वहीं इसी बीच ETG का ओपिनियन पोल सामने आया है। इस पोल में प्रदेश की सभी 230 सीटों का रुझान सामने आया। रुझानों में कांग्रेस पार्टी को बड़ी सफलता मिलती हुई दिख रही है। ETG के अनुसार, कांग्रेस यहां 118-128 सीटों पर विजय हासिल कर सकती है। वहीं सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी राज्य में पिछड़ती हुई नजर आ रही है। पार्टी यहां 102-110 सीटों पर ही जीतती हुई नजर आ रही है। वहीं अन्य के खाते में 0-2 सीटें जाती हुई दिख रही हैं।
सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस लगा रही जबरदस्त सेंध
प्रदेश के महाकौशल इलाके में बीजेपी मजबूत नजर आ रही है। यहां कुल 38 विधानसभा की सीटें हैं। जिनमें से 18 से 22 सीटों पर बीजेपी आगे है। वहीं 16 से 20 सीटों पर कांग्रेस जीतती हुई नजर आ रही है। वहीं अगर बात करें ग्वालियर-चंबल संभाग की बात करें तो यहां से बीजेपी बुरी तरह से पिछड़ रही है। इस संभाग में कुल 34 सीटें हैं और यहां से बीजेपी मात्र 4 से 8 सीटों पर जीतती हुई नजर आ रही है तो वहीं कांग्रेस 26 से 30 सीटों पर विजय होती दिख रही है। बता दें कि यह इलाका बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर का गढ़ माना जाता है। दोनों नेताओं की राजनीति पिछले कई वर्षों से इसी इलाके में फल-फूल रही है।
मालवा संभाग के सहारे सत्ता में आती दिख रही कांग्रेस
वहीं सेंट्रल एमपी इलाके में BJP को फायदा होता हुआ दिख रहा है। यहां कुल 36 सीटें हैं और इनमें से बीजेपी 22 से 24 सीटों पर जीतती हुई दिख रही है तो वहीं कांग्रेस यहां से 12 से 14 सीटों पर जीत सकती है। 6 संभागों में सबसे ज्यादा लड़ाई बुंदेलखंड इलाके में है। यहां की कुल 26 सीटों में से 13 से 15 सीटों पर बीजेपी जीत सकती है तो 11 से 13 सीटों पर कांग्रेस बढ़त बनाते हुए दिख रही है। इसके साथ ही प्रदेश के विंध्य इलाके में BJP को फायदा होता हुआ दिख रहा है। यहां कुल 30 सीटों में से बीजेपी 19 से 21 सीटें तो कांग्रेस 8 से 10 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। वहीं मालवा इलाके में कांग्रेस बढ़त बनाते हुए सत्ता में काबिज होती हुई दिख रही है। यहां की कुल 66 सीटों में से बीजेपी मात्र 20 से 24 सीटों पर तो कांग्रेस 41 से 45 सीटों पर जीत हासिल करती हुई नजर आ रही है।