उज्जैन. उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में 20 दिन बाद सोमवार से मध्य प्रदेश के बाहर के श्रद्धालु भी फिर से भगवान के शिव के दर्शन कर सकेंगे। महाकाल मंदिर की प्रबंध समिति ने कोरोना वायरस के फैलने के डर से अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं को 21 जुलाई से मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं देने का निर्णय का वापस लेते हुए फिर से इन श्रद्धालुओं को भी सोमवार से दर्शन अनुमति दे दी है।
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बताया कि यह निर्णय रविवार को यहां सर्किट हाउस पर आयोजित जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘महाकालेश्वर मंदिर में प्रदेश के बाहर के श्रद्धालुओं को भी कल से (सोमवार) दर्शन की अनुमति दी जाएगी। दर्शन ऐप पर ऑनलाइन बुकिंग से ही होंगे।’’
रावत ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के विश्राम गृह एवं होटलों में प्रवेश द्वार पर ही मालिक के नाम एवं उनके मोबाइल नंबरों का प्रदर्शन अनिवार्य किया जाए। इसी तरह कालभैरव मंदिर के बाहर प्रसाद के रूप में की जा रही मदिरा की अवैध बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय भी लिया गया।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 175 किलोमीटर की दूरी पर धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर, भगवान शिव के देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है। यहां हर साल देश-विदेश से लाखों लोग दर्शन करने के लिये आते हैं।