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Hindi News मध्य-प्रदेश Madhya Pradesh: टीचर ने घर में ही दफनाया पत्नी का शव, जानें क्या है पूरा मामला

Madhya Pradesh: टीचर ने घर में ही दफनाया पत्नी का शव, जानें क्या है पूरा मामला

Madhya Pradesh: 50 वर्षीय टीचर ओंकार दास मोगरे ने बीमारी से 45 वर्षीय अपनी पत्नी की मौत हो जाने के बाद उसके शव को घर के अंदर ही एक कमरे में दफना दिया था। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए बुधवार को प्रशासन को इसकी जानकारी दी।

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Highlights

  • शव को घर के अंदर ही एक कमरे में दफना दिया
  • पड़ोसियों ने जताई आपत्ति
  • जिला प्रशासन ने पड़ोसियों की शिकायत के बाद हस्तक्षेप किया

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के डिंडोरी से एक हैरान कर देने वाली खबर आ रही है। एक सरकारी स्कूल के टीचर ने अपनी पत्नी की मौत के बाद उसके शव को अपने घर में दफना दिया और पड़ोसियों के विरोध के बाद प्रशासन ने शव को निकालकर मुक्तिधाम में उसका अंतिम संस्कार कराया। 

शव को घर के अंदर ही दफना दिया

दरअसल, डिंडोरी के तहसीलदार गोविंदराम सलामे ने शनिवार को बताया कि शिक्षक 50 वर्षीय ओंकार दास मोगरे ने बीमारी से 45 वर्षीय अपनी पत्नी की मौत हो जाने के बाद उसके शव को घर के अंदर ही एक कमरे में दफना दिया था। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए बुधवार को प्रशासन को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर 24 घंटे के अंदर ही शव को स्थानांतरित कर निर्दिष्ट स्थान पर उसका अंतिम संस्कार करवाया गया। 

रिश्तेदारों ने शिक्षक को रोका था

सूत्रों ने बताया कि स्थानीय लोगों ने और मोगरे के रिश्तेदारों ने घर के अंदर शव को दफन करने से शिक्षक को रोका था, लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी और कहा कि पत्नी से प्यार के कारण वह ऐसा कर रहा है। शिक्षक ने ऐसा करने के लिए अपने पनिका समुदाय की परंपरा का भी हवाला दिया। अधिकारियों ने बताया कि पनिका समुदाय के लोग मृतक परिवार के सदस्यों के शवों को ग्रामीण इलाकों में रिहायशी परिसर में ही दफना देते हैं।

पड़ोसियों ने जताई आपत्ति

कोतवाली थाना प्रभारी सी के सिरामे ने बताया कि मोगरे ने अपने समुदाय के रीति-रिवाजों का हवाला देकर शव को 23 अगस्त को अपने घर में ही दफना दिया था। हालांकि स्थानीय नगर निकाय और जिला प्रशासन ने पड़ोसियों की शिकायत के बाद हस्तक्षेप किया।

बीते महीने बिजली गिरने से कई लोगों की हुई थी मौत

इससे पहले बीते महीने बिजली गिरने से कई लोगों की मौत हो गई थी। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सबसे ज्यादा मौत श्योपुर में हुईं। श्योपुर में कराहल ब्लॉक के अजनोई गांव के पास जंगल में 6 दोस्त पिकनिक मना रहे थे। इसी दौरान बिजली गिरने से 6 दोस्तों की मौत हो गई। भिंड में गोरमी थाने के सुकांड गांव में बिजली गिरने से 2 महिलाओं ने दम तोड़ दिया। छतरपुर में भी मां-बेटे सहित तीन की मौत हो गई। इसके साथ ही शिवपुरी के बगरबारा गांव में बिजली गिरने से अकलवती (35) पत्नी रामस्वरूप लोधी की मौत हो गई। जबकि मालती (32) पत्नी वीरेंद्र लोधी झुलस गई। ग्वालियर में तिघरा के घंमडीपुरा में नत्थाराम बघेल और जिले के भितरवार क्षेत्र के ग्राम बागवई निवासी बेताल सिंह गुर्जर (32) पुत्र हरनाम सिंह गुर्जर ने भी बिजली गिरने से दम तोड़ दिया