मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव एक बार फिर एक्शन मोड में आ चुके हैं और धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटने शुरू हो गए हैं। शाजापुर शहर के करीब 77 धार्मिक स्थलों से 77 लाउडस्पीकर हटाए गए हैं। इसके साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि धार्मिक स्थलों पर एक लाउडस्पीकर लगाने के लिए भी अब उन्हें एसडीएम की परमिशन लेना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री के आदेशानुसार यशपाल सिंह राजपूत पुलिस अधीक्षक शाजापुर व जिले के अअपु और थाना प्रभारियो ने शनिवार (25 मई) के दिन जिला शाजापुर में धार्मिक स्थलों पर लगे लाउड स्पीकर हटाए। यह लाउड स्पीकर अनियंत्रित और नियम के विरूद्ध चल रहे थे। लाउड स्पीकर प्रयोग पर नियंत्रण के संबंध में कार्रवाई करते हुए जिले के कुल 77 धार्मिक स्थलों से करीब 77 लाउडस्पीकर समझाइश देकर हटवाये गए। सभी को यह समझाइश भी दी गई कि अगर किसी भी धार्मिक स्थल पर एक भी लाउड स्पीकर लगाया जाता है तो पहले इसकी अनुमति संबंधित एसडीएम से लें।
पांच महीने पहले आया था फैसला
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद मोहन यादव ने राज्य में ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए अहम फैसला किया था। उन्होंने 13 दिसंबर को आदेश जारी कर अवैध लाउड स्पीकर हटाने के लिए कहा था। इसके बाद से राज्य में हर जगह मस्जिद और मंदिर से लाउड स्पीकर हटाए गए थे। समय के साथ यह अभियान धीमा हुआ, लेकिन उन्होंने शुक्रवार के दिन अधिकारियों को सख्त आदेश दिए थे। इसी वजह से शनिवार के दिन तेज धूप में ही लाउड स्पीकर हटाने का काम किया गया। ध्वनि प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटाने के अलावा शादी, बारात में बजने वाले डीजे पर भी सख्ती की गई थी।
(शाजापुर से विनोद जोशी की रिपोर्ट)
यह भी पढ़ें-
गुजरातः राजकोट के TRP गेमिंग जोन में लगी भीषण आग, 7 लोगों की मौत, मृतकों में ज्यादातर छात्र
'दो बार गलती हुई, अब BJP के साथ हैं' बिहार में सभी सीटें जीतने के लिए नीतीश ने कह दी दिल की बात