श्राद्ध सियासत और शिवराज... जानें कहां से शुरू हुआ और कहां तक जा रहा ये विवाद
मध्य प्रदेश में चुनावी त्यौहार में श्राद्ध पर जमकर सियासत हो रही है। मामला दो दिन पहले उठा जब कांग्रेस के नाम से बने एक अकाउंट पर शिवराज की फोटो के साथ लिखा गया "मामा का श्राद्ध।" इस पर शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सामने आए और उन्होंने कांग्रेस को जवाब दिया कि आप पर दया करूं या गुस्सा।
शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय के एक ट्वीट ने मध्य प्रदेश की सियासत में श्राद्ध के मौके पर राजनीति गरम कर दी। दरअसल, इसकी शुरुआत हुई जब पितृपक्ष के मौके पर भाजपा ने अपनी चौथी सूची जारी की। सूची के सामने आते ही 'विद कांग्रेस' के नाम से बने एक अकाउंट से ट्वीट सामने आया। इस ट्वीट में लिखा था, "श्राद्ध में भाजपा ने दिया शिवराज मामा को टिकट" "मामा का श्राद्ध"। पिता के श्राद्ध की बात आई तो नाराज कार्तिकेय सामने आए और अपने ट्वीट में लिखा, "समझ नहीं आ रहा कि आप पर दया करूं या गुस्सा? गुस्से में तो हूं, आखिर मेरे जीवित पिता के श्राद्ध की बात आप कर रहे हैं। मुझे तरस भी आप लोगों पर आता है कि कितना नीचे कांग्रेसी आज गिर चुके हैं। क्या आपको लगता है कि इसके लिए ईश्वर आपको माफ करेगा? चुनाव तो चार दिन के हैं, ऐसी घटिया हरकत के बाद क्या आप लोग अपने बच्चों से आंख मिला पायेंगे?"
मैदान में उतरे गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा
जाहिर है जब एकाउंट कांग्रेस के नाम से बना हो और चुनाव का मौसम हो तो राजनीति से कैसे दूर रह सकता है। एक के बाद एक सभी भाजपा के नेता श्राद्ध की सियासत के मैदान में उतर आए। मोर्चा संभाला सरकार के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने, उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान चौहान 8 करोड़ लोगों के मन में बसते हैं, बहनों के भाई हैं, बेटियों के मामा हैं। वहीं कट्टरवादी भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा भी सामने आए और कहा कि कांग्रेस मानसिक रूप से दिवालिया हो गई है। पागलपन के दौर से गुजर रही है। जनता के साथ 15 महीने की कांग्रेस की सरकार ने विश्वास घात किया था। हम विश्वास घातियों का श्राद्ध ईमानदारी से करेंगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी किया पलटवार
श्राद्ध पर सियासत देख केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सोशल मीडिया के जरिए आक्रोश झलकाते दिखाई दिए। उन्होंने लिखा, "राज्य चुनाव में अपनी आती हुई हार देखकर कांग्रेस पार्टी बौखलाने लगी है और राजनीति के भीतर सूचिता, भाषा व सम्मान को भूल चुकी है। रोज़ एक नए निचले स्तर पर गिरती जा रही है। श्राद्ध मनाना है तो अपने सिद्धांतों का मनाइए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ करोड़ों माताओं और बहनों का आशीर्वाद है। जिस भ्रष्ट और अहंकारी राजनीति की राह कांग्रेस ने पकड़ी है, वही उसे उसके अस्तित्व के अंत तक ले जाएगी।"
सफाई देने के लिए कमलनाथ आए सामने
मामले को गरमाता देख कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सामने आए। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस पार्टी ने वैसा कोई भी ट्वीट नहीं किया जैसा कि आप जिक्र कर रहे हैं। बिना किसी तथ्य के कांग्रेस पर आरोप लगाना राजनीति का निचला स्तर है। श्राद्ध पक्ष में आपको टिकट आपकी पार्टी ने दिया है, कांग्रेस पार्टी ने नहीं दिया। आप बखूबी जानते हैं कि आपके व्यक्तिगत दुश्मन आपकी पार्टी में बैठे हैं। और आपका अहित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।
ऐसे में श्राद्ध को लेकर चल रही सियासत के बीच उत्तराखंड की यात्रा कर रहे शिवराज सिंह चौहान ने भी मध्य प्रदेश आते ही कांग्रेस को अपने ही अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों को दिन रात लगता है कि शिवराज मामा तेरा सत्यानाश हो जाए। कहां से आ गया... लेकिन मैं शिवराज हूं, अपनी जनता का सेवक। अगर मर भी जाऊंगा तो राख के ढेर से फीनिक्स पक्षी की तरह फिर से पैदा हो जाऊंगा, अपनी जनता की सेवा के लिए।
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