Madhya Pradesh News: धार में कारम नदी पर लीकेज वाली बांध की दिवार तोड़कर 35 क्यूसेक पानी निकाला, CM बोले- स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में
Madhya Pradesh News: डैम फूटने के डर से धार जिले के 13 और खरगोन जिले के 6 गांवों के लोग पहाड़ों और राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। डैम फूटने के डर से धार जिले के 13 और खरगोन जिले के 6 गांवों के लोग पहाड़ों और राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
Highlights
- कारम डैम से निकाला जा रहा है पानी
- रविवार तक 35 क्यूसेक पानी बांध से निकाला गया
- गांव खाली कराके लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि प्रदेश के धार जिले में कारम नदी पर निर्माणाधीन बांध की स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है। इससे कुछ घंटे पहले एक अधिकारी ने कहा कि रविवार तड़के तीन बजे इस बांध से समानांतर चैनल के जरिए पानी निकलना शुरू हो गया है और बांध को सुरक्षित तरीके से खाली किया जा रहा है। धार जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर कारम नदी पर 304 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस बांध की दीवार से गुरुवार से जारी पानी के रिसाव और मिट्टी गिरने से बांध के टूटने का खतरा पैदा हो गया था। इस आशंका के मद्देनजर यहां शनिवार को आपदा प्रबंधन के लिए सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम भी पहुंची है। इसके अलावा, वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों को भी तैयार रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें तुरंत लोगों को बचाने के लिए भेजा जा सके।
बांध से 35 क्यूसेक पानी बाहर निकाला गया
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने बांध के निचले क्षेत्र में बसे 18 गांवों को शुक्रवार को एहतियातन खाली कराके लोगों को सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में भेज दिया है। धार जिले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत निर्माणाधीन इस बांध में लबालब पानी भरा हुआ है। इस पर CM शिवराज सिंह चौहान ने बांध से पानी बाहर निकलने के संबंध में बताया कि शनिवार तक लगभग 10 क्यूसेक बहाव की स्थिति थी, जो आज रविवार को साढ़े तीन गुना बढ़ कर 35 क्यूसेक तक लाने में सफलता मिली है। इसे बढ़ाने के उपायों पर भी विचार किया जा रहा है। संपूर्ण कार्यवाही जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुई की जा रही है।
चौहान ने कहा कि स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है। एक बार पानी की निकासी प्रारंभ होने के पश्चात मिट्टी की दीवार चौड़ी होने और पानी अधिक मात्रा में निकलने की स्थिति बनने की आशा थी, लेकिन ‘साइड वाल’ के कारण अपेक्षित पानी बाहर नहीं गया था। अब यह प्रयास है कि जल्द से जल्द, अधिक से अधिक पानी बांध से निकाल कर पूरी तरह सुरक्षित माहौल बनाया जाए। जब तक यह कार्य पूरा नहीं होगा, हम चैन से नहीं बैठेंगे। चौहान ने इस बांध से पानी की सुरक्षित और हानिरहित निकासी की जानकारी प्राप्त कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
जनता की जिन्दगी की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता -शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी की निकासी शनिवार शाम से जिस गति से प्रारंभ हुई थी, उसमें तेजी आयी है। बांध को सुरक्षित करने के प्रयासों में सफलता मिल रही है। हमारी प्राथमिकता और प्रतिबद्धता भी जनता की जिन्दगी की सुरक्षा है। मनुष्यों के साथ मवेशियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे, यह भी सुनिश्चित किया गया है। चौहान ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से फोन पर चर्चा कर उन्हें बांध क्षेत्र के निवासियों के जीवन को सुरक्षित करने और बांध से पृथक मार्ग निर्मित कर नदी तक पानी प्रवाहित करने की योजना और उसके क्रियान्वयन की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धार जिले में निर्माणाधीन बांध से जल रिसाव को देखते हुए यथा समय आवश्यक कदम उठाए गए। यह संकट का समय था, जिससे उबरने के निरंतर प्रयास किए गए। उन्होंने कहा कि यह समय विश्वास का वातावरण निर्मित करने का है, न कि आरोप-प्रत्यारोप का, किसी तरह परिस्थितियों को नियंत्रित कर लोगों को सुरक्षित रखा जाए, यह सबसे बड़ी प्राथमिकता है। चौहान ने प्रशासन की बात मानते हुए ऊंचाई के और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने में दिए गए सहयोग के लिए नागरिकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस तरह का सहयोग आगे भी प्राप्त होगा।