Madhya Pradesh News: छतरपुर के नरायणपुर बुधवार को एक 4 साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया था। जिसके बाद 7 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को सकुशल बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है। रेस्क्यू टीम ने बोरवेल के गड्ढे में रस्सी डाली, जिसे रस्सी बच्चे ने अपने कंधे में फंसा ली। जिसके बाद उसे धीरे-धीरे खींचकर गड्ढे से निकाल लिया गया। बच्चे को निकालते ही मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया।
बच्चे को गांव में बारिश के मौसम को देखते हुए ग्रामीणों ने बोरवेल को ढ़ंकने के लिए एक छतरी बना दी गई थी। सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंची थी। बोरवेल के समानांतर एक और गड्ढ़ा खोदने का काम किया गया ताकी सुरंग बनाकर बच्चे को बाहर निकाला जा सके। जब बच्चा बोरवेल में गिरा था तब बोरवेल के अंदर कैमरा डाला गया और बच्चे के मूवमेंट का पता लगाया गया। बच्चे की मां को रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। अब चूंकी बच्चा बाहर निकाला जा चुका है तो परिवार वालों के आखों में खुशी के आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे।
बता दें कि छतरपुर के नरायणपुरा निवासी अखिलेश यादव का 4 साल का बेटा दीपेंद्र यादव बोरवेल में गिर गया था। घटना दोपहर 2:30 बजे की थी। जहां दीपेंद्र अपने परिवार के साथ खेत पर गया हुआ था और खेलते-खेलते वह अचानक से बोरवेल में गिर गया। बच्चा बोरवेल में 40 फीट की गहराई पर फंसा हुआ था। मौके पर मौजूद छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर ने बताया कि बच्चा बात कर रहा था और तुरंत ही बोरवेल में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरु कर दी गई थी। बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु कर दिया गया था लेकिन बारिश का मौसम होने के चलते इस ऑपरेशन में थोड़ी कठिनाई आ रही थी।
एक साल पहले करवाया था बोर
बच्चे के परिजनों ने बताया कि खेत को पटाने के लिए एक साल पहले ही यहां बोर करवाया गया था लेकिन उस वक्त बोर से पानी नहीं निकला ते बोर को झाड़ियों से ढंक कर छोड़ दिया था। अभी खेत पर कुछ काम चल रहा था इसलिए बोर से झाड़ियां हटा दी गई थी। आज बच्चा खेत पर ही खेलने के दौरान बोरवेल में गिर गया।
बच्चे को बचाने के लिए 150 लोग लगे
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बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम के करीब 150 लोग लगे हुए थे। इसमें SDRF, पुलिस, नगर पालिका और नगर सेना की टीम शामिल थी। इसके अलावा करीब 300 से ज्यादा ग्रामीण भी मदद के लिए मौजूद थे। बोरवेल में कैमरा डाला गया और वहीं, तीन जेसीबी से बोरवेल से करीब 7 फीट दूर से खुदाई की गई।
मां का रो-रोकर बुरा हाल
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बच्चे की मां लक्ष्मी यादव ने बताया कि उसके दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम नरेश है और छोटे का नाम दीपेंद्र है। दीपेंद्र का एडमीशन अभी हाल ही में गांव के ही स्कूल में कक्षा नर्सरी में करवाया था। बारिश की वजह से खेत पर काम चल रहा था और बोरवेल पर रखी कंटिली झाड़ियां काम के वजह से हटाया गया था लेकिन दिपेंद्र पता नहीं कैसे खेलते-खेलते वहां पहुंच गया और बोरवेल में गिर गया। सभी लोग काम व्यस्त थे तो ज्यादा ध्यान भी नहीं दे पाएं।
CM ने फोन पर लिया रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट
छतरपुर में बच्चे के गिरने की खबर जैसे ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगी उन्होंने तुरंत फोन पर अफसरों से रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली। सीएम ने मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री और कलेक्टर छतरपुर से फोन पर चर्चा कर निर्देश दिया कि बच्चे को शीघ्र निकालने की समुचित व्यवस्था की जाए और किसी भी तरह की मदद की जरूरत पड़े तो उन्हें तुरंत सूचित किया जाए। मुख्यमंत्री ने SDRF की टीम को निर्देश दिया है कि बच्चे को यथाशिघ्र बोरवेल से सही सलामत निकाला जाए और उन्हें हर घंटें इसका अपडेट दिया जाए।