मध्य प्रदेश सरकार ने 'ब्लैक फंगस' को महामारी घोषित किया
मध्य प्रदेश सरकार ने ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस संक्रमण को प्रदेश में महामारी घोषित कर दिया है।
भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस संक्रमण को प्रदेश में महामारी घोषित कर दिया है। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर मध्य प्रदेश लोक स्वास्थ्य अधिनियम तथा महामारी रोग अधिनियम के तहत ब्लैक फंगस को प्रदेश में महामारी घोषित किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्था की समीक्षा की थी, जिसके बाद यह आदेश जारी किए गए।
‘सभी मरीजों के इलाज की अच्छी व्यवस्था हो’
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘प्रदेश में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया जाता है। इस बीमारी के उपचार की अच्छी से अच्छी व्यवस्था हो, जिन मरीजों का ऑपरेशन हुआ है, उन्हें इंजेक्शन 'एम्फोटैरिसिन बी' उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।’ अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि प्रदेश के दमोह व बालाघाट जिलों में कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस की चपेट में आने से 4 लोगों की मौत हो गई। गुरुवार को केंद्र ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को ब्लैक फंगस बीमारी को महामारी घोषित करने के लिए कहा था।
‘मुख्यमंत्री ने पीएम को हालात की जानकारी दी’
ब्लैक फंगस का संक्रमण कोविड-19 के मरीजों में लंबे समय तक बीमारी और मरीजों की अधिक मृत्यु दर का कारण बन रहा है। अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस रोग की स्थिति के बारे में जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मध्य प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,384 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 7,57,119 तक पहुंच गई।
‘एमपी में चल रहा 67,625 मरीजों का इलाज’
राज्य में शुक्रवार को इस बीमारी से प्रदेश में 79 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 7,394 हो गई है। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,57,119 संक्रमितों में से अब तक 6,82,100 मरीज स्वस्थ हो गए हैं और 67,625 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को कोविड-19 के 9,405 रोगी स्वस्थ हुए हैं। (भाषा)