Madhya Pradesh: इंदौर में कंप्यूटर कोचिंग क्लास की आड़ में ठगी का कॉल सेंटर चलाए जाने का खुलासा करते हुए पांच महिलाओं समेत आठ लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। किराये के फ्लैट में कम्प्यूटर कोचिंग क्लास की आड़ में ठगी का कॉल सेंटर चला रहे थे। लोगों को सामान देने के नाम पर ठगी कर रहे थे।
अपनी बातों में फंसा कर ठगी करते थे।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ACP) राजेश हिंगणकर ने बताया कि आरोपी खजराना थाना क्षेत्र में किराये के फ्लैट में कम्प्यूटर कोचिंग क्लास की आड़ में ठगी का कॉल सेंटर चला रहे थे। एसीपी के मुताबिक आरोपी आयुर्वेदिक दवाओं, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री, बिजली का सामान, तंदुरुस्ती के उत्पादों आदि की आपूर्ति के नाम पर लोगों को चूना लगा रहे थे। लोगों को अपनी बातों में फंसा कर ठगी को अंजाम देते थे।
लोगों से रकम लेने के बाद ग्राहकों को माल की आपूर्ति नहीं करते थे
उन्होंने बताया कि तमिलनाडु के एक कारोबारी ने इसकी शिकायत की। शिकायत मिलने पर जांच में पता चला कि इन सामान की बुकिंग के नाम पर आरोपी अपने खातों में पेशगी रकम जमा करा लेते थे, लेकिन ग्राहकों को माल की आपूर्ति नहीं करते थे। एसीपी ने बताया कि आरोपी एक काल्पनिक कंपनी की फर्जी डीलरशिप देने के नाम पर भी लोगों को ठगते थे। कई पौष्टिक उत्पादों के लालच देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस को सुराग मिले हैं कि आरोपी देश भर के लोगों को लाखों रुपये का चूना लगा चुके हैं और इस बारे में विस्तृत जांच जारी है। हिंगणकर ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 18 मोबाइल फोन, सात कंप्यूटर और अन्य सामान बरामद किया गया है।
इससे पहले भी हो चुकी है फर्जी कॉल सेंटर पर कार्रवाई
इससे पहले भी इंदौर क्रांइम ब्रांच ने एक फर्जी कॉल सेंटर पर कार्रवाई की थी। आरोपी प्रिंसेस पैराडाइज बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर वर्ल्ड मार्ट नेटवर्क नाम से कंपनी चला रहे थे। यहां कार्रवाई के दौरान करीब 21 आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा था। जिसमें 7 युवक और 15 युवतियां शामिल थीं। सभी लोगों से कॉल कर डीलरशिप दिलाने के साथ कमीशन का लालच देते थे और खातों में रूपए डलवा लेते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 3 दर्जन से अधिक मोबाइल, कम्प्यूटर, लैपटॉप और ग्राहकों का डाटा व हिसाब किताब जब्त किया था। इस मामले में पुलिस ने सभी की गिरफ्तारी कर पूछताछ की थी।