भोपाल: मध्य प्रदेश चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद अब पार्टी के नेता इसका कारण तलाशने में जुटे हैं। अलग-अलग नेताओं के अलग-अलग विचार हैं। किसी का मानना है कि सीटों पर उम्मीदवार सही नहीं उतारे गए थे तो किसी का मानना है कि कुछ खेल हुआ है। अब इसके बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इसे लेकर अपनी राय रखी है।
'ईवीएम काउंटिंग में हमें मतदाताओं का पूर्ण विश्वास न मिल सका'
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह में इस बाबत एक ट्वीट करते हुए लिखा कि कांग्रेस पार्टी ने पोस्टल बैलेट में 199 सीटों पर बढ़त बनाई है। उन्होंने लिखा, " पोस्टल बैलेट के ज़रिए कांग्रेस को वोट देनेवाले और हम पर भरोसा जतानेवाले सभी मतदाताओं का धन्यवाद। तस्वीरों के आंकड़ों में एक प्रमाण है जो यह बताता है कि पोस्टल बैलेट के ज़रिए हमें यानी कांग्रेस को 199 सीटों पर बढ़त है। जबकि इनमें से अधिकांश सीटों पर ईवीएम काउंटिंग में हमें मतदाताओं का पूर्ण विश्वास न मिल सका।"
दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह भी कहा जा सकता है कि जब तंत्र जीतता है तो जनता (यानी लोक) हार जाती है। हमें गर्व है कि हमारे ज़मीनी कार्यकर्ताओं ने जी-जान से कांग्रेस के लिए काम किया और लोकतंत्र के प्रति अपने विश्वास को पुख़्ता किया। दिग्विजय सिंह सभी 230 सीटों के आंकड़े भी साझा किए हैं, जिसमें दिख रहा है कि पोस्टल बैलेट के द्वारा ज्यादातर लोगों ने कांग्रेस को ही वोट दिए हैं। इस मामले में चुनाव जीतने वाले भारतीय जनता पार्टी पिछड़ती हुई नजर आ रही है।
कई दिग्गजों को मिली शिकस्त
बता दें कि इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम बेहद ही चौंकाने वाले आए हैं। इन चुनावों में बीजेपी को 163 सीटों पर जीत मिली है। वहीं कांग्रेस पार्टी केवल 66 सीटों पर ही सिमट गई। इस बार शिवराज सरकार में मंत्री रहे कई नेताओं को भी हार का मुंह देखना पड़ा है। जिसमें गृह मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा का नाम प्रमुख है। इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह भी चुनाव हार गए।