Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश का धार जिला खतरनाक त्रासदी के मुहाने पर है। धार जिले के धरमपुरी तहसील में भरुड़पूरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर 304 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे डैम के फटने का खतरा पैदा हो गया है। गुरुवार रात से लगातार डैम के एक हिस्से में रिसाव हो रहा है जिसके चलते निचले इलाकों और गांव को खाली कराया जा रहा है। अब तक धार जिले के 12 गांवों को प्रशासन खाली करवा चुका है, वहीं खरगोन के 6 गांव में भी प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
मुंबई-आगरा एक्सप्रेसवे को भी कराया गया बंद
मध्य प्रदेश के धार जिले में कारम नदी पर बना भरुड़पूरा और कोठीदा डैम फटने की कगार पर है। गुरुवार को डैम में रिसाव होने की खबरों के साथ ही जिले में हड़कंप मच गया। प्रशासन ने रिसाव रोकने की कोशिश की लेकिन शुक्रवार सुबह बांध के एक तरफ की मिट्टी का बड़ा हिस्सा ढह गया। आनन-फानन में प्रशासन ने आसपास के 12 गांवों को मुनादी कर खाली करवा लिया वहीं पास के खरगोन जिले में भी प्रशासन ने 6 गांव को अलर्ट पर रखते हुए खाली करवा लिया है। डैम के फटने के हालात में पानी जिस नदी में बाढ़ जैसे हालात बनाएगा उसी नदी पर आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे 3(AB)का पुल है। यही वजह है कि आगरा-मुंबई हाईवे को खलघाट से मानपुर तक बंद करा दिया गया है।
धार के डीएम पंकज जैन के मुताबिक निर्माणाधीन कारम डैम में कल से लीकेज होने की सूचना मिली थी। कल से हमारा प्रशासन एक्टिव है और बाढ़ के हालात पैदा ना हों इसलिए बांध के गेट खोलने के प्रयास चल रहे हैं। एहतियातन हमने नीचे के ग्रामीण क्षेत्रों के 11 गांव खाली करा लिए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। इसके साथ ही आगरा-मुंबई हाइवे के ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया है, क्योंकि यहां से 4 किलोमीटर दूर ब्रिज पड़ता है।
सैंकड़ो करोड़ लगाकर 4 साल से हो रहा निर्माण
यह डैम 304 करोड़ की लागत से कारम नदी पर बनाया जा रहा है। कारम नदी परियोजना के अंतर्गत बनाए जा रहे इस डैम से 52 गांव में 10,500 हेक्टेयर जमीन सिंचित होना है। तकरीबन 4 साल से बनाए जा रहे इस डैम ने अब पूरे प्रशासन को एक पैर पर ला खड़ा कर दिया है। वजह भी साफ है, रिसाव अगर नहीं रुकता है और बरसात शुरू हो जाती है तो बांध के फटने का खतरा बढ़ जाएगा जिसके चलते आसपास के गांव के अलावा रास्ते भी डूबने का खतरा है। जिस तेजी से लगातार डैम में रिसाव हो रहा है उससे डैम के हालात गंभीर दिखाई दे रहे हैं।
हालात से निपटने के लिए प्रशासन मुस्तैद है इसलिए गांव को खाली कराने के साथ-साथ प्रशासन ने दोनों और का ट्रैफिक भी रोक दिया है जिसके चलते मानपुर घाट के आगे और खलघाट के बीच गुजरी गांव में कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। सूचना मिलते ही मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव धार कलेक्टर डॉ पंकज जैन, खरगोन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, एसपी धर्मवीर सिंह जल संसाधन विभाग के तमाम आला अधिकारी समेत पुलिस प्रशाशन मौके पर मौजूद हैं।
बांध में अभी भी है 9MCM पानी
शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने बताया कि डीएम और एसपी समते तमाम आलाअधिकारी मुस्तैद हैं। बाढ़ की संभावना के चलते गांवों को खाली कराया जा रहा है। लोगों को उचित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। मंत्री राजवर्धन ने आगे कहा कि हम थोड़ा-थोड़ा डैम को कट कर रहें हैं। अब तक इस डैम मैं 15MCM (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी था, हमने कल से आज तक 9MCM कर दिया है, लेकिन 9MCM पानी अभी भी बहुत ज्यादा है। बता दें कि डैम की क्षमता 183.83 वर्ग किमी है। बांध की लंबाई 564 मीटर और चौड़ाई 6 मीटर है। अभी तक प्रशासन ने रिसाव के चलते खतरे की जद में आने वाले कोठीदा, भारुडपुरा, इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी, डेहरिया, सिमराली, सिरसोदिया, डहीवर, लसनगांव और हनुमंतिया जैसे गांवों को खाली करा दिया है।